उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को और ज़्यादा आधुनिक बनाने और राज्य के बच्चों तक प्रभावी तौर पर इसे पहुंचाने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र प्रभावी कर दिया गये है ये केंद्र अपने तीन वादों “संपूर्ण विद्यार्थी, समर्थ शिक्षक और सशक्त प्रशासक” को लेकर अब तैयारी प्रारंभ कर दी गई है निदेशक, प्रारम्भिक शिक्षा, उत्तराखण्ड, ने मुख्य शिक्षा अधिकारी, उत्तराखण्ड, तथा जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक को आदेश जारी करते हुए विद्या समीक्षा केन्द्र के प्रभावी संचालन एवं क्रियान्वयन पर जोर दिया गया है।जिसके द्वारा विद्या समीक्षा केन्द्र के प्रभावी संचालन एवं कियान्वयन के सम्बन्ध में प्रारम्भिक शिक्षा स्तर पर संचालित विद्यालयों हेतु निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही की जानी है तथा राज्य के कक्षा-1 से 12 तक के समस्त राजकीय, अशासकीय एवं प्राईवेट विद्यालयों को विद्या समीक्षा केन्द्र के पोर्टल पर राजिस्ट्रेशन करवाना होगा जबकि विद्यालयी शिक्षा के अन्तर्गत शिक्षकों का स्थानान्तरण विद्या समीक्षा केन्द्र के माध्यम से आनलाइन किया जायेगा साथ ही समग्र शिक्षा के सहयोग से समस्त विद्यालयों के यू-डायस कोड अपडेट करना तथा छात्र-छात्राओं की नये शैक्षिक सत्र के अनुरूप कक्षावार अपडेट करने के अलावा जिन छात्र-छात्राओं की टी०सी० निर्गत की गयी है उन्हें नामांकन सूची से हटाना तथा नये प्रवेशित बच्चों की कक्षावार एजुकेशन पोर्टल पर अंकन करना तथा विद्यलयों से सेवानिवृत्त शिक्षकों को ई-पोर्टल से हटाना तथा नवीन नियुक्ति वाले शिक्षकों को एजुकेशन पोर्टल पर अंकना करना होगा. प्रारम्भिक स्तर पर समस्त मानव संसाधन को विद्या समीक्षा केन्द्र पर अपडेट करने के साथ. प्रारम्भिक स्तर पर विद्यालयों के आनलाइन अनुश्रवण हेतु गाइडलाइन निर्धारित कर प्रारम्भिक स्तर से डाटा Analysis करना तथा तद्नुसार नीति निर्धारण करना. द्वितीय चरण हेतु प्रस्तावित विद्या समीक्षा केन्द्र के कियान्वयन हेतु सहयोग करना होगा। जिसके लिए सभी को आदेश जारी कर दिए गए हैं।