देहरादून-: Uttrakhand City news.com weather update सावन का महीना है मानसून अपने पूरे यौवन के साथ पूरे राज्य में झमाझम बरसात के रूप में फैला हुआ है इस बीच मौसम विभाग ने सुबह 6:00 से 9:00 बजे तक तत्कालिक मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए येलो अलर्ट हरिद्वार, टिहरी,उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली,बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ ,एवं नैनीताल जनपदों के लिए जारी किया है मौसम विभाग के अनुसार यहां कहीं कहीं गरजन के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा वर्ष के तीव्र से अति तेज दौर होने की संभावना मौसम विभाग में जताई है इस बीच मौसम विभाग ने पौड़ी, और देहरादून जनपदों में कुछ जगह हल्की से मध्यम वर्षा होने तथा कहीं-कहीं गरजन के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा भारी वर्षा और वर्षा के तेज से अती तेज दौर होने की संभावना का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है मौसम विभाग का कहना है कि इसके अलावा चंपावत, उधमसिंह हरिद्वार में कहीं-कहीं गरनन वाले बादल विकसित होने तथा बहुत हल्की से हल्की वर्षा होने की संभावना है मौसम विभाग ने इस दौरान हाथीबकड़ कला में 61.5 यू टेक और यूनी में 59.5 मालदेवता में 43.5 यू कास्ट में 42 चमोली में 45.5 नैनीडांडा में 38.5 नैनीताल जयोलीकोट में 36.5 धारचूला में 31 नैनीताल में 28.5 समा में 25.5 थराली में 20.5 रिक़डीखाल में 14.5 लैंसडाउन में 11 मसूरी में 10.5 तथा जोशीमठ में 8 मिलीमीटर बरसात मौसम विभाग में रिकॉर्ड की है मौसम विभाग ने कहा है कि इस 3 घंटे में सबसे अधिक बरसात हाथीबकड़ कला में 52.5 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई है। उधर उत्तरकाशी रुद्रप्रयाग जनपदों में भारी बरसात का दौर अभी भी जारी है तथा कहीं-कहीं भूस्खलन को लेकर राजमार्ग बाधित हुए हैं।
Uttrakhand City News: गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बिशनपुर ,नेताला में मालवा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित है।
Uttrakhand City News: यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास मालवा व पत्थर आने के कारण मार्ग वाधित है एन एच बड़कोट के द्वारा मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
दिल्ली-NCR से लेकर देशभर में एक बार फिर से बरसात का दौर शुरू हो गया है। पहाड़ हो या मैदानी इलाके हर जगह एक बार फिर से म़ॉनसून एक्टिव मोड में आता दिख रहा है। जिसकी वजह से कुछ राज्यों में जलभराव से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। दिल्ली-एनसीआर में आज भी बारिश के आसार हैं। वहीं यूपी के भी कई जिलों में आज बादल बरस सकते हैं। देवभूमि उत्तराखंड में तो बारिश की वजह से कई जगहों पर जलभराव हो गया है।