देहरादून-: प्रधानमंत्री पोषण योजनान्तर्गत विद्यालयों में पकने वाले भोजन की जांच में, पोषक तत्व तय मानकों से कम पाएं जाने को गंभीर मानते हुए अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा ने नैनीताल, बागेश्वर, पौडी, ऊधमसिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार, अल्मोड़ा के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को कार्य में लापरवाही बरतने पर विद्यालयों के प्रधानाचार्य के ऊपर कारवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जारी पत्र के अनुसार पी ० एम० पोषण के अन्तर्गत विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को दिया जाने वाला भोजन निर्धारित गुणवत्ता एवं पोषकमान (Nutritive Value) के अनुरूप होना चाहिए। पी०एम० पोषण योजना के मुख्य उद्देश्य राजकीय, राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों, स्थानीय निकायों, विशेष प्रशिक्षण केन्द्रो व मकतब मदरसों में कक्षा 1 से 8 तक अध्ययनरत बच्चों के पोषण स्तर में सुधार करना है।
पी०एम० पोषण योजना के अन्तर्गत विद्यालयों में तैयार किए गये भोजन में पोषक मानकों की जांच हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में जनपद नैनीताल, बागेश्वर, पौड़ी, ऊधमसिंह नगर,
देहरादून, हरिद्वार एवं अल्मोड़ा के विद्यालयों/मदरसों में NABL (National Accreditation Board for Testing and Calibration Laboratories) द्वारा मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जाँच कराई गई है, जिसकी जाँच रिपोर्ट में कतिपय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को दिया जाना वाले भोजन में आवश्यक पोषक मानकों के अनुरूप नहीं पाये गये हैं। निम्न विद्यालय में तैयार चावल, दाल तथा सब्जियों में ऊर्जा (Energy) तथा प्रोटीन (Protein) की मात्रा तय मानकों से कम पाई गई है। जिससे ‘बच्चों के पोषण स्तर में सुधार करना की पूर्ति नहीं हो रही है। इसको गंभीरता से लेते हुए निदेशक ने इन स्कूलों के अध्यापकों के ऊपर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।