उत्तराखण्ड

दु:खद-:कॉलेज की फीस ना दे पाना बना चुनौती तो, छात्रा ने इस तरह से उठाया बड़ा कदम, मां के ऊपर टूटा गमों का पहाड़ ।।

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दुखद :फीस न दे पाने से परेशान बीटेक की छात्रा ने लगाई फांसी परिवार में टूटा गमों का पहाड़

काशीपुर -:कोविड लॉकडाउन के चलते खराब हुई आर्थिक हालातों में फीस न दे पाने से परेशान बी टेक की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे शव विच्छेदन गृह भेज दिया इस इस घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है । पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की घटनास्थल से मृतका के मोबाइल और डायरी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।

प्रभु बिहार कालोनी निवासी 22 वर्षीय निशा पुत्री स्व सतपाल सिंह देहरादून के एक कालेज से प्रथम वर्ष बी टेक कर रही थी। इन दिनों उसकी आनलाइन क्लास चल रही थी। जिस वजह से वह घर से ही पढ़ रही थी। घर में मां और बेटी अकेली ही रह रही थी। एक बेटी का विवाह हो चुका है वह प्रभु बिहार में ही अपनी ससुराल में रहती है। मृतका के बहनोई कपिल सक्सैना ने बताया कि परिवार में कोई मतभेद नहीं था। हालांकि मृतका काफी रिजर्व स्वभाव की थी।
कटोराताल पुलिस चौकी इंचार्ज नवीन बुधानी ने बताया परिजनों से पूछताछ में पता चला कि पिछले लॉकडाउन में आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से कालेज की फीस नहीं दे पाई थी। इधर कालेज वाले फीस के लिए दबाव बना रहे थे। बीती रात मां और बेटी के बीच फीस को लेकर कुछ बात हुई थी जिसके बाद संभवत उसने यह कड़ा कदम उठाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।

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मृतका की मां ने बताया कि रोज की तरह वह रात को वह अपने कमरे में सोने के लिये चली गई थी। आज सुबह लगभग साढ़े नौ बजे जब कमरा बाहर से खटखटाया। दरवाजा नहीं खुलने पर बाहर से जोर से दरवाजे को धक्का दिया तो अंदर लगी चिटकनी खुल गई। कमरे में निशा का शव दुपट्टे से पंखे में लटका हुआ पाया गया । यह देखकर मां सुरेंद्र कौर बदहवास हो गई और कुछ ही दूरी पर रहने वाले अपने दामाद कपिल सक्सैना को फोन किया। पड़ोस के लोग चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे और शव को पंखे से नीचे उतारा। तथा पुलिस को सूचना दी।

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मां ने बताया कि निशा ऊपरी मंजिल में कम ही जाती थी। अधिकतर नीचे के ही हिस्से में रहती थी। मृतका की मां पति की मृत्यु के बाद यहाँ रोडवेज के पास एक ढाबा चलाकर परिवार का गुजर बसर करती थी छात्रा की मौत से वहां रह रहे लोगों ने दुख फैला हुआ है।

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