उच्च शिक्षा हासिल करने के उद्देश्य उत्तर प्रदेश से पहुंचे उत्तराखंड में छात्र को ऐसी लत लगी कि उसने अपनी जरूरत की चीजों को हासिल करने के लिए चोरी का सहारा लिया लेकिन उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे छात्र को गिरफ्तार किया जो बीटेक की पढ़ाई कर अपना भविष्य बनाना चाह रहा था लेकिन गलत संगत में पडकर उसने ऐसा कदम उठाया अब उसके आगे सिर्फ अंधकार ही अंधकार है
हरिद्वार की कनखल पुलिस टीम ने लखनऊ का मोबाइल चोर नवाब दबोचा पुलिस ने उसके कब्जे से चोरी के 22 महंगे मोबाइलों, 06 स्कूटी की चाबियां व 16 सिम कार्ड भी बरामद किए जिनकी कीमत 8 से 10 लाख रुपए के करीब, एप्पल व अन्य कंपनियों के महंगे मोबाइल भी हैं शामिल पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए युवक ने बताया कि वह बीटेक का छात्र है जो घाटों के पास नहाने वालों की स्कूटी को अपना निशाना बनाता था । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने B.tech के छात्र का चोरी करना सोचनीय विषय बताते हुए कहा कि पकड़ने वाली टीम का काम काबिले तारीफ भरा रहा है।
कनखल
14 जून को सुखधाम दादू बाग कनखल निवास शिवांश माहेश्वरी द्वारा थाना कनखल में आकर सूचना दे गई कि प्रेम नगर आश्रम पुल के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी व उसके दोस्त की स्कूटी से मोबाइल चोरी कर लिए थे। सूचना पर तुरंत मुवमेंट दिखाते हुए घटनास्थल के नजदीक मौजूद सीपीयू में तैनात हेड कांस्टेबल गोपाल सिंह व कॉन्स्टेबल प्रदीप सिंह ने एक युवक को पकड़ कर उसके कब्जे दोनों मोबाइल बरामद हुए हैं पकड़े गए व्यक्ति से सख्ती से पूछताछ करने पर जानकारी मिली कि वह B.S.M. डिग्री कॉलेज रुड़की से बीटेक मैकेनिकल की पढ़ाई कर रहा है और वर्तमान में कनखल में ही राजपूत धर्मशाला में रह रहा है। घर से खर्चे के पैसे ना मिलने पर आरोपी युवक द्वारा मोबाइल चोरी करने का तरीका ढूंढा गया और स्कूटी की कई सारी चाबियां बनवा कर घाटों के आसपास खड़ी स्कूटी से मोबाइल चुराने लगा। अभियुक्त की निशांदेही पर पुलिस टीम ने चोरी के कुल 22 मोबाइल, 06 चाबियां, 16 सिम कार्ड व 03 मेमोरी कार्ड बरामद किए गए।
पकड़े गए युवक की पहचान नवनीत सिंह पुत्र कमल किशोर निवासी आगा मीर देवड़ी, सुभाष नगर, थाना वजीरगंज, लखनऊ, उ0प्र0 के रूप में हुई पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उसका चालान कर दिया पकड़ने वाली टीम में उप निरीक्षक भजराम चौहान. कमलकांत रतूड़ी कांस्टेबल. गोपाल सिंह सीपीयू. प्रदीप सिंह सीपीयू .अरविंद नौटियाल जसवीर (थाना कनखल) आदि थे।




