
उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा अपने पूरी तरह से श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ चल रही है गंगा जी में कावड़ को लेकर देश भर से करोड़ों लोग अब तक हरिद्वार में मां गंगा के तट पर आकर वापस हो चुके हैं इन सबके बीच एसडीआरएफ भी पूरे तन्मय से लोगों की सुरक्षा में जुटी हुई है शनिवार को कांगड़ा घाट, हरिद्वार में गंगाजल भरते समय 3 कावड़िए गंगा के तेज बहाव में बह गए जहां एसडीआरएफ के जांबाज़ जवान ने डूबते हुए कांवड़िये को बचाया।
जानकारी के अनुसार कांगड़ा घाट में नहाते समय 03 कांवड़िये नदी के तेज जलधारा में बहने लगे, जिनमे से एक कांवड़िया ठीक से तैरना न जानने के कारण नदी में डूबने लगा। कांवडियों की चीखपुकार सुनकर घाट पर तैनात SDRF जवान आशिक अली ने बिना देरी किये नदी में छलांग लगा दी।
SDRF जवान आशिक अली ने लगभग 150 मीटर तक उनके पीछे तैरते हुए डूबते हुए कांवड़िये को पकड़ लिया व सकुशल बाहर निकाला।
रेस्क्यू में थोड़ी सी देरी भी कांवड़िये के जीवन पर बहुत भारी पड़ सकती थी परन्तु आशिक अली द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अथक परिश्रम से उक्त कांवड़िये के जीवन को सुरक्षित किया गया, जिसका कांवडियों द्वारा अत्यधिक आभार प्रकट किया गया।
कांवड़िये की पहचान हरि गुप्ता पुत्र श्री जतिन गुप्ता निवासी जम्मू कश्मीर।

