उत्तर प्रदेश

बड़ी खबर(उत्तराखंड) सऊदी अरब के वाहन मालिक की गलती. सजा भुगत रहा है उत्तराखंड का युवक. प्रतीक्षा में पथरा गई परिवार कीआंखें. देश वापसी के लिए सरकार की ओर नजर ।।

डबल इंजन सरकार से निर्धन परिवार की अपेक्षाएं.सऊदी अरब से भारत लौटने की प्रतीक्षा में एक ट्रक ड्राइवर परिवार आर्थिक संकट की कगार पर है।

विशेष संवाददाता ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह (उत्तरकाशी)

उत्तरकाशी: ग्राम गोरसाड़ा पट्टी गाजणा, तहसील डुण्डा, जिला उत्तरकाशी निवासी भारतीय नागरिक इन्द्रमणी नौटियाल वर्ष 2018 में रोजगार हेतु सऊदी अरब गये थे. वे रियाद सिटी में Fidak कम्पनी में ट्रक चलाते थे. वर्ष 2018 में उनके साथ एक हादसा हुआ, जिसमें उनके चलाए गए ट्रक से एक कार टकराई, जिसमें 03 लोगों की मौत हो गई. ट्रक का बीमा न होने के कारण इन्द्रमणी नौटियाल को सजा हुई.

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(हल्द्वानी) रेल भूमि प्रकरण मामला. सपा राज्य प्रभारी मतीन ने दिया सुझाव ।।

लगभग 10 माह की सजा काटने के बाद इन्द्रमणी रिहा हुए। कार्यरत कंपनी में इंद्रमणि को लगभग 4 साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन Fidak कम्पनी उन्हें भारत नहीं भेज रही है, उनका पासपोर्ट भी कम्पनी ने अपने पास बन्धक रखा है, जिस कारण इन्द्रमणी स्वदेश नहीं लौट पा रहे हैं।

इन्द्रमणी का परिवार गम्भीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  (बड़ी खबर) अब संसद में उठा हल्द्वानी. रुद्रपुर. टनकपुर. लालकुआं. रामनगर मेट्रो ट्रेन चलाने जाने की मांग ।।

इन्द्रमणी नौटियाल के परिवार के लोगों का भरोसा डबल इंजन की सरकार पर कम हो रहा है. उनके परिवार के लोग उनके लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उनके परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें अपने पिता की बेचैनी और आर्थिक संकट को देखकर दुःख हो रहा है.

उनके परिवार ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि उनके पिता को सऊदी अरब से भारत लौटने में मदद की जरूरत है. उन्होंने अपनी समस्या को हल करने के लिए सरकार से मदद मांगी है.।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(देहरादून) उत्तराखंड में रेल परियोजनाओं को लगेंगे पंख. इस बजट से होंगे यह काम रेलमंत्री ने गिनाई प्राथमिकताएं।।

परिवार के सदस्यों का कहना है कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से लेगी और इन्द्रमणी नौटियाल की मदद करेगी. यह उनके परिवार के लिए एक बड़ी राहत होगी

इन्द्रमणी नौटियाल के परिवार के लिए यह समय बहुत कठिन है. उनके पिता की अनुपस्थिति ने उन्हें आर्थिक और मानसिक तनाव में डाल दिया है. उनके पिता की वापसी की प्रतीक्षा करते हुए उनका धैर्य समाप्त हो रहा है।

To Top