जोशीमठ- नगर मे भू-धसाव की चपेट मे आये दो होटलों को तोडने का कार्य शुरु हो गया है। होटल को तोडने में सात दिन का समय लगेगा जिसमे दिन रात कार्य किये जायेगे। होटल को तोडने की कार्यवाही शुरु करने से पूर्व बदरीनाथ हाईवे को दोनो ओर से बंद किया गया। जिसमे बाद मलारी इन के समीप विधुत पोल को क्रेन से हटाया गया। जिसके बाद दोनो होटल मलारी इन व माउण्ट व्यू के जनरेटर को हटाया गया जिसके बाद होटल के उपर लगी पानी के सिनटैक्स टंकी को हटाया जा रहा है। मलारी इन होटल के मालक ठाकुर सिह राणा अपने परिवार के साथ होटल को छोडकर निकले इस दौरान उनकी पत्नी व उनकी आंखो मे दुखी के पल थे परिवार के लोग डब डबाई आंखों से अपने होटल को सिर्फ निहारते ही रहे और अंत में अश्रुपूरित ढंग से उन्होंने अपना होटल छोड़ा। नगर मे अब तक भू ध्साव के चलते 760 भवनो मे दरारे आई हुई है जवकि 128 भवन असुरक्षीत है। अब तक 589 परिवारो को विस्थापन कर दिया गया है। उधर SDRF टीमों द्वारा होटल ‘मलारी इन’ की डिसमेंटलिंग की प्रक्रिया मेंअपना सहयोग दे रहे हैं
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव के दृष्टिगत एसडीआरएफ टीमें मौके पर नियुक्त है। SDRF टीमों द्वारा उच्चधिकारियों के निर्देशानुसार प्रभावित क्षेत्रों में आम जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगत दिन-रात कड़ी निगरानी रखे जाने के साथ ही चिन्हित संवेदनशील स्थानों से प्रभावित परिवारों को अस्थायी रूप से विस्थापित किये जाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है।
गुरुवार को जोशीमठ में होटल ‘मलारी इन’ को असुरक्षित घोषित किये जाने पर डिसमेंटल करने की प्रक्रिया आरम्भ की गई जिससे जानमाल की क्षति को न्यूनतम किया जा सके।जोशीमठ में होटल मलारी इन को डिसमेंटल किये जाने के दौरान SDRF टीमों द्वारा मोके पर उपस्थित रहकर ज़िप लाइन (रोप रेस्क्यू टेक्निक) के माध्यम से आवश्यक सामग्री को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस, जोशीमठ में सुरक्षा के दृष्टिगत पूर्ण रूप से सतर्क है व भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों की हर सम्भव मदद के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है।
