उत्तर प्रदेश

बिग ब्रेकिंग(उत्तराखंड) अब पानी में घुलने वाले आएंगे डिस्पोजल आईआईटी रुड़की ने की कोटिंग इजाद. कप.गिलास खाने की पैकिंग के बॉक्स. भी पानी में जाएंगे घुल ।।

रुड़की-: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की के शोधकर्ताओं की एक टीम ने डिस्पोजेबल पेपर के लिए एक कोटिंग विकसित की है जो पानी में घुलनशील है और खाद्य वस्तुओं के लिए ताजगी बनाए रखने की आवश्यकताओं के साथ विभिन्न उपयोग में आमतौर पर खाद्य- पदार्थों को पैकेजिंग में काम आने वाली पेपर और पेपरबोर्ड में उपयोग की जाने वाली प्लास्टिक कोटिंग्स के बेहतर विकल्प के रूप में प्रयोग की जा सकती है जिसके लिए संस्थान ने वाणिज्यिक प्रयोग के लिए एम एस पेपर्स, नई दिल्ली को प्रौद्योगिकी हस्तांतरित की। कंपनी के एमडी श्री गुरमीत सिंह ने कहा, “यह तकनीकी नवाचार प्रक्रिया का एक आंतरिक हिस्सा है, और हम प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के आभारी हैं। ‘सस्टेनेबल पेपर और पेपरबोर्ड पैकेजिंग’ की मांग ने उत्पादकों पर पॉलिथीन, पैराफिन-आधारित मोम, सिलिकोन और फ्लोरो-रसायनों से होने वाले पर्यावरण के नुकसान को दूर करने के लिए यह बेहतर विकल्प है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के निदेशक प्रोफेसर के के पंत ने कहा, “डिस्पोजेबल पेपर के लिए पर्यावरण के अनुकूल कोटिंग के लिए एम/एस एम एस पेपर्स को इस सफल हस्तान्तरित सहयोग पर्यावरण की रक्षा और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) क्षेत्र का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डिस्पोजेबल पेपर उत्पादों में प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करके, हम एक स्वच्छ और अधिक चिरस्थाई समाज में योगदान दे सकते हैं।

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प्रो धरम दत्त, प्रो मिली पंत, प्रो अक्षय द्विवेदी, डॉ अनुराग कुलश्रेष्ठ और श्री ब्रह्म प्रकाश सहित शोधकर्ताओं ने प्रौद्योगिकी की विशेषताओं के बारे में बताया। ठोस कचरे को कम करने और डिस्पोजेबल पेपर और पेपरबोर्ड सामग्री को रिसाइकिल करने योग्य में बदलने में, यह सफलता प्रौद्योगिकी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, जो वर्तमान में एक बड़ी चुनौती है।

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