
धर्मनगरी की सबसे बड़ी लूट का खुलासा, ताऊ गैंग के 5 आरोपी दबोचें। 83 लाख़ का माल बरामद।
(8 राज्यों की पुलिस थी ताऊ गैंग के पीछे कामयाबी मिली उत्तराखंड की हरिद्वार पुलिस को।)
हरिद्वार
8 जुलाई को मोरातरा शोरूम में हुई डकैती मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी सतीश चौधरी सहित फरार चल रहे 7 आरोपियों में से 5 अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से 1 किलो 300 ग्राम सोना लगभग 650000 व चाँदी लगभग 6.00 किलो क़ीमत लगभग 600000 व 1200000 रूपये की नगदी सहित जिसकी कुल क़ीमत 8300000 लाख बताई जा रही है बरामद की है।
पकड़े गए आरोपियों में सचिन चौधरी पुत्र महेंद्र सिंह निवासी गांव सदरपुर थाना सलेमपुर जिला बुलंदशहर, अमित उर्फ फौजी पुत्र किरण पाल निवासी रायपुर थाना भवन जिला शामली उत्तर प्रदेश, संजय उर्फ राजू पुत्र तेजवीर सिंह निवासी ग्राम बसुति थाना शिकारपुर जिला बुलंदशहर उत्तर प्रदेश, नितिन मलिक पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी ग्राम कोलायत थाना शामली उत्तर प्रदेश, सत्येंद्र पाल सिंह पुत्र शेर पाल सिंह निवासी ग्राम चांदपुर थाना कोतवाली बुलंदशहर उत्तर प्रदेश हैं।
करीब 2 करोड़ की ये डकैती धर्मनगरी हरिद्वार की सबसे बड़ी डकैती है। इस डकैती के सभी आरोपियों ने हरिद्वार ज़िले की कानून व्यवस्था को हिला कर रख दिया था।
बदमाश असलहों के बल पर लगभग 2 करोड़ रूपये की डकैती डालकर फरार हो गए थे।

डकैती डालने वाले तक़रीबन 10 आरोपी थे जिनमे से पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है 2 अभी भी फ़रार है जिनकी तलाश जारी है। आशा है उन्हें भी जल्दी ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।
बताया गया है कि ताऊ गैंग को 8 राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी जिसमें उड़ीसा पंजाब पश्चिम बंगाल मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा दिल्ली हैं लेकिन उत्तराखंड पुलिस को ताऊ गैंग को पकड़ने में कामयाबी मिली है
हरिद्वार पुलिस ने घटना का खुलासा करने के लिए करीब 10 टीमें बनाकर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी थी।
हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदाई कृष्णराज एस. ने ज्वालापुर कोतवाली में बताया कि सतीश चौधरी उत्तर भारत के सबसे खूंखार ताऊ गैंग का सक्रिय सदस्य है जो अक्सर शहर के मुख्य व्यस्त इलाकों में बड़ी-बड़ी लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देता है जिसके विरूद्ध उत्तर भारत में कई राज्यों में लूट और डकैती के मुकदमा पंजीकृत हैं। वहीं ताऊ गैंग का लीडर इंद्रपाल चौधरी काफी समय से जेल में बन्द है। इंद्रपाल चौधरी के जेल जाने के बाद ताऊ गैंग की कमान सचिन चौधरी ने संभाली है, सतीश चौधरी शहर के बड़े-बड़े शोरूमों की रेकी कर घटना का प्लान तैयार करता है और फिर घटना को अंजाम देने के लिए अपने गैंग में नए लोगों को शामिल करता है।
हरिद्वार पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान सतीश चौधरी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के लिए बदमाश अलग-अलग रास्तों से आये और जिला पंचायत गेस्ट हाउस रुड़की में ही पूरी रणनीति बनाई गई। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश अलग-अलग रास्तों से निकलते हुए दोबारा जिला पंचायत गेस्ट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने पूरी रात बिताई और अगले दिन एंबुलेंस का सहारा लेकर पुलिस की नाकेबंदी को चकमा देते हुए वह फरार हो गए।
फ़रार आरोपियों की तलाश
पुलिस को अब इस घटना में शामिल फ़रार दोनों आरोपि अभियुक्त 1 विकास उर्फ हिमाशु निवासी रोहणी दिल्ली 2. जैकी उर्फ प्रदीप राठोर निवासी कोतवाली नगर बुलन्दशहर फरार है जिनकी गिरफ्तारी के सम्बन्ध में तलाश जारी है
माल की रिकवरी हो जाने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
ज्वालापुर कोतवाल को था 7 दिन का अल्टीमेटम
डकैती की घटना से आहत हुए हरिद्वार एसएसपी सेंथिल अबुदई क्रष्ण राज एस ने जवालपुर कोतवाली प्रभारी चन्द्र चन्द्राकार नैथानी को खुलासे के लिये 7 दिन का अल्टीमेटम दिया था।
व्यापारियों का पुलिस ने झेला था विरोध
घटना से श्रुब्ध सर्राफा व्यापारियों ने एसएसपी के समक्ष पुलिस विरोधी नारे लगा कर धरना प्रदर्शन कर नाराज़गी जताई थी।
पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा 20000 रू० का नकद इनाम एवं घटना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मिकों को मेडल देने की घोषणा की गयी है।
