उत्तराखण्ड

ब्रेकिंग(अंकिता हत्याकांड) एसआईटी को मिले अहम सुराग, रिमांड खत्म होने के बाद तीनों वापस भेजे गए जेल।

देहरादून -:अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच कर रहे उत्तराखंड पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने दावा किया है कि शुक्रवार को तीन दिन के पुलिस हिरासत में लिए गए तीनों आरोपियों से काफी सबूत मिले हैं।
एसआईटी प्रमुख, उप महानिरीक्षक (डीआईजी) पी रेणुका देवी ने कहा कि तीनों आरोपियों- पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता और सौरभ भास्कर को शुक्रवार को रिमांड पर लिया गया था और पुलिस ने मामले में विभिन्न सबूत जुटाए हैं। उसने कहा कि आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की गई और उस दिन हुई घटनाओं की स्पष्ट तस्वीर प्राप्त करने के लिए अब तक ज्ञात घटनाओं की कड़ियों को जोड़कर पूरे अपराध स्थल को फिर से बनाया गया। उसने बताया कि आरोपियों को भी हत्या स्थल पर ले जाया गया और उनसे हत्या के दिन हुई घटनाओं की श्रृंखला के बारे में पूछताछ की गई और हत्या करने के बाद उनकी योजना क्या थी। उन्होने आगे कहा कि इससे पुलिस को मामले में महत्वपूर्ण सबूत जुटाने में मदद मिली है।

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डीआईजी ने कहा कि एसआईटी ने मामले से जुड़े हर गवाह के बयानों की जांच के बाद अहम सबूत भी जुटाए हैं. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से भी मामले में अहम सबूत मिले हैं. अंकिता के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने वाले पौड़ी जिले के निलंबित स्थानीय पटवारी वैभव प्रताप सिंह से पूछताछ के सवाल पर देवी ने कहा कि पुलिस टीम राजस्व विभाग के हर संबंधित अधिकारी से पूछताछ कर रही है और ठोस जानकारी मिलने के बाद ही कार्रवाई की जायेगी. दोषी पक्ष के खिलाफ सबूत उसने कई मीडिया रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि एसआईटी को हत्या स्थल से एक मोबाइल फोन मिला है जो कथित तौर पर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का था। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं और इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रविवार को रिमांड खत्म होने के बाद आरोपियों को वापस जेल भेज दिया गया और मामले में और सबूत जुटाने के लिए एसआईटी फिर से पीसीआर के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी।

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