जोशीमठ का नाम पौराणिक ज्योर्तिमठ की जाने से संबंधित केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की विभाग की ओर से से हरी झंडी मिलने पर जोशीमठ के लोगों में खुशी का माहौल है।
विदित हो कि जोशीमठ का नाम पौराणिक ज्योर्तिमठ की जाने से संबंधित सार्वजनिक घोषणा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 25 दिसंबर 2021 को नंदा नगर में की थी, लेकिन इसके बाद चुनाव आचार संहिता लगने के कारण या घोषणा अमल में नहीं आ पाई ।
इसको लेकर ज्योर्तिमठ की प्रतिनिधिमंडल के तौर पर डॉक्टर बृजेश सती की नेतृत्व में कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनकी घोषणा पर अमल करने की गुहार लगाई गई।
डॉ बृजेश सती ने बताया कि जोशीमठ का नाम ज्योर्तिमठ की जानी संबंधित शासनादेश जारी करने को लेकर उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री से भेंट कर उनकी घोषणाओं पर अमल करने की मांग की थी । उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि अब केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास विभाग की अपर सचिव की ओर से की ओर से जोशीमठ का नाम पौराणिक ज्योर्तिमठ की जाने से संबंधित पत्र प्रेषित किएजाने का और स्वागत करते हैं और इसको लेकर ज्योतिर्मठ के लोगों में खुशी का माहौल है, ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ महाराज ने प्रसन्नता जाहिर की है । उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धार्मिक का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से की गई घोषणा अब जल्दी से अमल में आएगी, ऐसा उन्हें विश्वास है। उन्होंने इसके लिए सभी सनातन धर्मबलम्बियो को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं ।