रामनगर-: प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी प्रकाश चंद्र आर्य ने कहा कि शुक्रवार को सुबह रामनगर क्षेत्र में हुई बरसात को फाटो वन क्षेत्र से जोड़कर सोशल मीडिया पर पर्यटकों की जिप्सीयों को फंसे होने की वीडियो वायरल कर भय फैलाने की घटना को गंभीर मानते हुए उन्होंने सोशल प्लेटफॉर्म पर चल रही इस वीडियो को भ्रामक बताते हुए ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
श्री आर्या ने कहा कि सुबह मालधन चौड़ और फाटो गेट के बीच बरसात के दौरान यह जिप्सियां सफारी के लिए जाने वाली थी लेकिन किसी असमाजिक तत्व द्वारा गलत तरीके से वीडियो वायरल किया गया है उन्होंने कहा की फाटो वन क्षेत्र ऊंचाई पर है वहां पर पानी भरने की कहीं भी कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि वन विभाग इस तरह के भ्रामक वीडियो को वायरल करने वाले लोगों को चिन्हित करने का प्रयास कर रहा है उन्होंने यह भी कहा कि विभाग ऐसे गाइड और जिप्सी संचालकों की भी जांच कर रहा है कि यदि यह वीडियो उनके द्वारा वायरल किया गया होगा तो उनके रजिस्ट्रेशन रद्द किए जाएंगे ।
श्री आर्य ने बताया कि मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से से सटे तराई पश्चिमी वन प्रभाग के फाटो और हाथी डगर पर्यटक निकासी गेट को 30 सितंबर तक शुक्रवार से बंद करने का फैसला वन विभाग ने लिया है अब उपरोक्त दोनों गेट 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे ।