उत्तर प्रदेश

(बड़ी खबर) आपदा प्रभावित क्षेत्र का डीएम वंदना ने किया निरीक्षण, कोसी नदी के प्रभाव को लेकर डीपीआर बनाने के दिए निर्देश।।

रामनगर Uttarakhand city news जिलाधिकारी वंदना सिंह ने शनिवार को रामनगर स्थित आपदा प्रभावित सुंदरखाल क्षेत्र, रामनगर में निर्माणाधीन गौशाला, नगर पालिका वार्ड 5 , बंबाघेर एवं रामनगर बाजार का निरीक्षण किया।

बीते दिनों सुंदरखाल में दैवीय आपदा से काफ़ी नुकसान हुआ था। स्थानीय ग्रामीण लंबे समय से नियमितीकरण, विस्थापन आदि मांगों को लेकर प्रयासरत है । जिलाधिकारी ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर वन विभाग और राजस्व विभाग को सुन्दरखाल क्षेत्र का वास्तविक जनसंख्या, परिवारों की स्थिति आदि हेतु डोर टू डोर सर्वे, आरंभ करने के निर्देश दिए। जिस पर ग्रामीणों ने अपनी सहमति व्यक्त की। जिलाधिकारी ने बताया कि सुन्दरखाल क्षेत्र का मामला अभी उच्चतम न्यायालय में चल रहा है, निर्णय आने से पर ही आगे निर्णय लिए जाएंगे परंतु वर्तमान में सुन्दरखाल की वास्तविक स्थिति का परिवारों आदि का सर्वे कर पूरी जानकारी लेने से भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। और नीति निर्धारण में आसानी होगी ।

ग्रामीणों ने बताया कि स्कूली बच्चों को स्कूल से आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने स्कूली बच्चों के आवाजाही के लिए स्कूल बस की व्यवस्था हेतु प्रयास करने साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से बस के बेहतर संचालन के लिए समिति बनाने की बात कही, जिससे बस का फ्यूल, ड्राइवर का मानदेय और मेंटेनेंस सही प्रकार से हो सके। साथ ही उन्होंने कोसी नदी के समीप जर्ज़र उच्च प्राथमिक विद्यालय को वैकल्पिक भवन में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से वन विभाग को पब्लिक स्कूल में जर्ज़र भवन का सर्वे कर डी पी आर तैयार करने को कहा जिससे भवन को सुदृढ़ कर कक्षाएं संचालित की जा सके।
शिक्षा विभाग को प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक की तैनाती के निर्देश दिए ।
कोसी नदी के आस पास निरीक्षण के दौरान उन्होंने आबादी की सुरक्षा को देखते हुए चेनेलाईजेशन, चेक डाम, सुरक्षा जाल आदि की व्यवस्था हेतु वन विभाग को डीपीआर प्रस्तुत करने को कहा। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि कई इलाकों में बिजली नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिस पर जिलाधिकारी ने रामनगर एस डी एम को विद्युत् प्रभावित ग्रामीण इलाकों का सर्वे कर उरेडा के माध्यम से सोलर लाइट आदि की व्यवस्था कराने को कहा।
इसके बाद उन्होंने पुछड़ी में 1 करोड़ 46 लाख की लागत से निर्माणाधीन गौशाला, भूसा स्टोर आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कार्य में हो रही देरी, लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कार्यदाही संस्था को दो टीम बनाकर गोशाला , भूसा स्टोर और चाहर दीवारी के कार्य को साथ साथ करने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें 👉  (रेलवे ब्रेकिंग) रेलवे ने दिया बड़ा झटका. उत्तराखंड से चलने वाली यह ट्रेनें रहेगी निरस्त।।

तत्पश्चात देर शाम उन्होंने रामनगर क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 और बाजार का निरीक्षण और लोगों को समस्या को सुना और संबन्धित अधिकरियो को निस्तारण करने के निर्देश दिए। इस दौरान लोगों ने बताया कि बाजार में फड़ ठेले आदि की वजह से आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिस पर जिलाधिकारी ने ईओ रामनगर को बाजार क्षेत्र में वेडिंग जोन निर्धारित करने को कहा। जिससे जगह जगह पर हो रहे अतिक्रमण पर काबू किया जा सके। साथ ही जिन इलाकों में अतिक्रमण हो रहा है उन जगहों का सर्वे करने की बात कही।
लोगों ने बताया कि खाली भूखंड, पुराने भवनों, पार्को आदि नशेडियो का अड्डा बनते जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने पुलिस प्रशासन, एसडीएम आदि को सयुंक्त रूप से छापेमारी और नशे के खिलाफ समय समय पर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को रेलवे क्रासिंग के पास लोनिवि की शिवलालपुर रियूनिया सड़क के डामरीकरण की शिकायत मिली। जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार को सिचाई विभाग के अधिकारियों के साथ सड़क के सेम्पल लेकर जाँच के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में शादी के लिए 36 गुणों का मिलना शुभ या अशुभ?. जाने बस एक क्लिक में ।।

स्थानीय लोगों ने लखनपुर से कोसी बैराज को खोलने की बात रखी जिस पर डीएम ने ई ओ को फुटपाथ चिन्हित करते हुये पिलर लगाकर बेरिकाडिंग कर पैदल चलने वालों के लिए जगह मार्क करने की बात कही। ई ओ ने कल से अस्थाई कार्य को शुरू कर दस दिन के भीतर पूरी करने का आश्वासन दिया। अस्थाई व्यवस्था होते ही मार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। इस दौरान एसडीएम राहुल साह, डीएफओ दिगंत नायक , ईई लोनिवि रवींद्र, ए आर टी ओ संदीप वर्मा, तहसीलदार कुलदीप पांडेय समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

Ad
To Top