उत्तर प्रदेश

दु:खद(उत्तराखंड)घायल हाथी के बच्चे ने तोड़ा दम. वन विभाग में हड़कंप।।

उत्तराखंड में हाथियों की संख्या बढ़ाने के नाम पर अब धीरे-धीरे कम होती जा रही है वन्य जीवों के आपसी संघर्ष या फिर ट्रेनों से होने वाली हाथियों की मौत ने यह ग्राफ बढ़ा दिया है 13 दिसंबर को लालकुआं बरेली रेल खंड के टांडा रेंज के मुक्तिधाम के पास रेल से टकराकर एक हाथी की जहां मौत हो गई थी वहीं 9 माह का हाथी का बच्चा बुरी तरह से घायल हो गया था जो आज भी जिंदगी और मौत से जूझ रहा है ।

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अब ताजी खबर रामनगर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से आ रही है जहां कार्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज के अन्तर्गत विगत 10 दिसम्बर को बाघ द्वारा घायल किया गये मादा हाथी के बच्चा कि आज उपचार के बाद मौत हो गई जिससे वन्य जीव प्रेमी काफी आहत है।
बताया जाता है कि उक्त हाथी का बच्चा 11 दिसंबर को घायल अवस्था में कालागढ़ रेंज में स्थित हाथीशाला में लाया गया था। हाथी के बच्चे की आयु लगभग 03 माह थी। हाथी के सिर पर गम्भीर चोट लगी थी जिसमें कीड़े भी पड़ चुके थे व हाथी के बच्चे के आगे के बाएं पैर व पीछे का दाएं पैर में भी गम्भीर चोटें थी तथा पीछे का एक पैर भी टूटा हुआ था। उसका उपचार डा० दुष्यन्त शर्मा वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी व डॉ० अमित ध्यानी, पशु चिकित्साधिकारी की देख-रेख में किया जा रहा था सोमवार को प्रातः 03.10 बजे अचानक स्वास्थ्य खराब होने के कारण हाथी के बच्चे की मृत्यु हो गयी। विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में निर्धारित नियमानुसार हाथी के बच्चे का शव विच्छेदन करवाया गया। विसरा व आंतरिक अंगो के सैम्पल को परीक्षण हेतु आई०वी०आर०आई० इज्जतनगर, बरेली भेजा गया है। इस दौरान मौके पर दिगन्ध नायक, उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डा० दुष्यन्त शर्मा व डा० राजीव कुमार, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डा० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, श्री नन्द किशोर रूवाली, वन क्षेत्राधिकारी तथा स्थानीय एन०जी०ओ० के सदस्य श्री विरेन्द्र अग्रवाल, वाइल्ड लाईफ वेलफेयर फाउण्डेशन व श्री प्रकाश चन्द्र मठपाल, वन दरोगा उपस्थित रहे।

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