Uttarakhand city news
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के हाइड्रोमेट डिवीजन ने शनिवार सुबह राष्ट्रीय फ्लैश फ्लड गाइडेंस बुलेटिन जारी किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिमी मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड के कई जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर फ्लैश फ्लड (अचानक बाढ़) का खतरा बना हुआ है।
पिछले 24 घंटे का हाल
कुछ क्षेत्रों में 108 मिमी तक बारिश दर्ज की गई है।
कई जगहों पर मिट्टी 85 से 99% तक संतृप्त हो चुकी है, जिससे पानी भरने और बहाव का खतरा बढ़ गया है।
6 घंटे की चेतावनी (23 अगस्त, सुबह 11:30 बजे तक)
राजस्थान – बारां, बूंदी, कोटा, टोंक और सवाईमाधोपुर जिलों में फ्लैश फ्लड की आशंका।
उत्तराखंड – बागेश्वर, चमोली, देहरादून, हरिद्वार, पिथौरागढ़ और टिहरी गढ़वाल जिलों में खतरा।
इन जिलों के निचले इलाकों व जलभराव-प्रवण क्षेत्रों में सतर्क रहने की सलाह।
24 घंटे का पूर्वानुमान (24 अगस्त सुबह 5:30 बजे तक)
राजस्थान – अजमेर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, कोटा, उदयपुर समेत 12 जिलों में खतरा।
मध्यप्रदेश – गुना, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शिवपुरी और श्योपुर जिलों में फ्लैश फ्लड की संभावना।
उत्तराखंड – अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी समेत 11 जिलों में खतरा।
छत्तीसगढ़ – बलरामपुर, जशपुर, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा समेत 8 जिलों में बाढ़ का अलर्ट।
ओडिशा – संबलपुर, सुंदरगढ़, मयूरभंज, बालेश्वर, क्योंझर समेत 11 जिलों में खतरा।
झारखंड – रांची, धनबाद, हजारीबाग, गढ़वा, पलामू, जमशेदपुर (ईस्ट सिंहभूम), लोहरदगा समेत 13 जिलों में फ्लैश फ्लड की आशंका।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि पूरी तरह संतृप्त मिट्टी और निचले इलाकों में जलभराव/बाढ़ की स्थिति बन सकती है। लोगों से अपील है कि नदी-नालों के पास जाने से बचें और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।




