Ramnagar-: कार्बेट टाइगर रिजर्व की ढे़ला रेंज के अन्तर्गत 17 अप्रैल को ई०डी०सी० ग्राम-मनोरथपुर बांसीटीला में हुई
मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटना के बाद से कॉर्बेट प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया था जिसके बाद क्षेत्र में लगातार कैमरा ट्रैप, ड्रोन आदि के माध्यम से चिन्हित बाघ को ट्रैक करने की कार्यवाही की जा रही थी एवं उच्च स्तर से अनुमति मिलने के बाद चिन्हित बाघ को रेस्क्यू करने हेतु घटना स्थल के आस-पास वन क्षेत्रों में दो पिंजरें लगाये गये थे तथा निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा पूरे रेस्क्यू अभियान की मॉनिटरिंग करने के बाद 27 अप्रैल को देर रात्रि तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में कार्बेट टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीमों के द्वारा चिन्हित मादा बाघ को 17 अप्रैल को हुई घटना स्थल के आस-पास लगे वन क्षेत्र में सफलतापूर्वक ट्रैक्युलाईज कर लिया गया, जिसके उपरान्त उसे ढेला रेस्क्यू सैन्टर में वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी की निगरानी में रखा गया है। चिन्हित व्यस्क मादा बाघ की उम्र लगभग 2-3 वर्ष है तथा उसका डी०एन०ए० सैम्पल लिया गया है जिसे पूर्व में लिये गये सैम्पल से मिलान हेतु कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केन्द्र (CCMB) हैदराबाद भेजा जा रहा है।
रात भर चले रेस्क्यू अभियान टीमों में वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, डॉ० दुष्यन्त शर्मा, कार्बेट टाइगर रिजर्व. उप निदेशक दिगन्थ नायक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, व उप प्रभागीय वनाधिकारी बिजरानी अमित ग्वासाकोटी, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालागढ़ श्रीमती शालिनी जोशी, व वन क्षेत्राधिकारी ढेला/बिजरानी भानु प्रकाश हर्बोला. गौरी राम, उपराजिक सिद्धार्थ रावत, वन दरोगा. सुदेश सैनी, वन आरक्षी
असलम. बलवन्त बंगारी, एस०टी०पी०एफ०. जगदीश चौधरी,
नरेश पाण्डे, दीपक भारद्वाज, हरपाल सिंह व महेश चन्द्र, एस०ओ०जी० यूनिट. सुजीत चौहान,अनुज कुमार,
आकाश, रंजीत कुमार, सही कई वन कर्मी उपस्थित है। गौरतलब है कि 17 अप्रैल को गेहूं के खेत की रखवाली के दौरान ग्राम मनोरथपुर बाशीटोला रामनगर निवासी प्रमोद तिवारी पुत्र हरीश तिवारी को वन्य जीव ने निवाला बनाया था जिसकी लाश कुछ दूरी पर मिली थी इसके बाद स्थानीय लोगों के विरोध के बाद कॉर्बेट प्रशासन की टीम तभी से लगातार मॉनीटरिंग कर रही थी इस घटनास्थल पर बीती रात्रि उक्त बाघिन को कार्बेट प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू किया है।