Uttrakhand City news.com जंगल में बाघिन की मौत होने से हड़कंप मच गया घटना कार्बेट टाइगर रिजर्व अन्तर्गत कालागढ़ रेंज में धारा ब्लॉक, धारा बीट क०सं० 12 की बताई जाती है जहां एक बाघिन के शव को गश्ती दल ने देखा जिसके बाद गस्ती दल ने इसकी सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को दी ।सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंच कॉर्बेट प्रशासन ने जांच पड़ताल प्रारंभ कर दी है।
बुधवार को गश्त के दौरान गश्तीदल को एक मादा बाघ मृत अवस्था में मिली। जिसके उपरान्त गश्तीदल द्वारा तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया। मृत मादा बाघ की उम्र लगभग 09 वर्ष है। मृत मादा बाघ का शव विच्छेदन गुरुवार को कालागढ़ रेंज में पशुचिकित्साधिकारियों डॉ० दुष्यंत शर्मा, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ0 राहुल सती, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, पश्चिमी वृत्त, हल्द्वानी का पैनल गठित कर कार्यवाही की गयी। जिसके उपरान्त वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी पैनल द्वारा अवगत कराया गया कि प्रथम दृष्टया उक्त मादा बाघ की मृत्यु प्राकृतिक रूप से वृद्धावस्था के कारण हुई है। बाघ के अंगों के सैम्पल को परीक्षण हेतु आई०वी०आर०आई० इज्जतनगर, बरेली भेजा गया है। इस दौरान मौके पर दिगन्ध नायक, उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ, श्री आकाश गंगवार, वन क्षेत्राधिकारी, कालागढ़ (प्रशिक्षु अधिकारी, भा०व०से०), श्री कुन्दन सिंह खाती, एन०टी०सी०ए० द्वारा नामित सदस्य, श्री ए०जी० अन्सारी, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड देहरादन द्वारा नामित सदस्य, डब्लू०डब्लू०एफ० के नामित सदस्य, श्री मनोज सती, प्रतिनिधि द कार्बेट फाउण्डेशन, श्री महेश चन्द्र जोशी, वन दरोगा, श्री ललित मोहन चौधरी, वन दरोगा, श्री वजाहद अली, वन आरक्षी, कालागढ़ रेंज व अन्य कर्मचारी की उपस्थिति में शव का मौका पंचनामा तैयार कर उपस्थित अधिकारियों / कर्मचारियों के समक्ष शव को एन०टी०सी०ए० के मानकों के अनुसार समस्त अंगों सहित जलाकर नष्ट कर दिया गया। रामनगर न्यूज़।।