शिक्षा मंत्री डाॅ धनसिंह रावत के बड़े निर्णय के चलते शिक्षा विभाग के विभिन्न कार्यालयों और स्कूलों में संबद्ध किए गए 300 मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों और 100 शिक्षकों को मूल नियुक्ति वाले स्थल लौटने का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश के बाद पूरे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है सभी अधिकारी कर्मचारी अपनी-अपनी लॉबिंग करने में जुट गए हैं और विधायकों मंत्रियों से लेकर संघ के बड़े नेताओं से अपना संदर्भ लगवा रहे हैं। शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत के निर्देश पर इसी शुक्रवार को डीजी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने इसके आदेश किए हैं बंसीधर तिवारी के अनुसार महानिदेशालय से लेकर ब्लॉक स्तर तक के कर्मचारियों और शिक्षकों के संबधिकरण तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिए हैं सूत्रों के अनुसार शिक्षा मंत्री की जानकारी में आया था कि कई
स्थानों पर गुपचुप तरीके से अधिकारियों ने शिक्षक और कार्मिकों को अटैच किया हुआ है इसे लेकर पूर्व में भी कई बार अटैचमेंट को खत्म करने के निर्देश जारी होते रहे लेकिन कभी कार्यवाही नहीं हुई शिक्षा मंत्री ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई शिक्षा मंत्री के वरिष्ठ निजी सचिव देव ने कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के सभी विभागों के उच्च अधिकारियों को तत्काल अभी तक जितने भी अटैचमेंट किए गए हैं उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है जिसके बाद माना जा रहा है कि अब स्वास्थ और सहकारिता विभाग में भी अटैचमेंट पर चल रहे अधिकारियों कर्मचारियों को अपने मूल तैनाती स्थल पर जाना होगा हालांकि सहकारिता विभाग में 6 महीने पूर्व ही सभी अटैचमेंट निरस्त कर दिए गए थे। लेकिन फिर भी अनेक तरह से अपनी सुविधा जनक जगहों पर बने हुए थे।