अल्मोड़ा
अल्मोड़ा एवं पौडी जनपद की सीमा के समीप स्थित गुदलेख ग्राम में एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा गठित एक सहायतित आजीविका संघ ‘‘माॅ कालिंका आजीविका संघ’’ द्वारा सामुदायिक विकास के लिए विभिन्न प्रकार की सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों को समूह सदस्यों के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। सहकारिता के द्वारा स्थानीय संसाधनों पर आधारित उद्यमों के संचालन के माध्यम से स्थानीय समुदाय को स्वरोजगार एवं उत्पादन हेतु बाजार उपलब्ध करवाकर उन्हें लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रभागीय परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भटट ने बताया कि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया के मार्ग-निर्देशन में सहकारिता द्वारा कोरोना संक्रमण से बचने के लिए ग्राम में सैनिटाईजेशन, जागरूकता, सामजिक दूरी बनाये रखने आदि का कार्य प्राथमिक तौर पर किया गया। इसके बाद खाद्यान्न एवं अन्य आवश्यकता की वस्तुओं को बगैर अधिक मुनाफा लिए अपने सदस्यों तक पहुॅचाने का बीड़ा उठाया। उन्होंने बताया कि सहकारिता द्वारा स्वयं के निवेश से ग्राम गुदलेख, सराईखेत, सिमगाॅव, चकरगाॅव, मसमोली, बुरांशपानी, कफलगाॅव के 100 कमजोर आर्थिक स्थिति के लोगों को 10 किग्रा0 के आटा बैग निःशुल्क वितरित किये गये। वर्तमान में रोजगार के अभाव में अत्यधिक न्यून क्रय शक्ति रखने वाले 20 परिवारों को लगभग 09 हजार रू0 की सामग्री के्रडिट में भी उपलब्ध करायी गयी है। कोरोना संक्रमण स बचाव हेतु 975 मास्क तैयार कर अपने संचालक मण्डल एवं अन्य सेवाओं में संलग्न स्टाफ को वितरित भी किये गये है।
उन्होंने बताया कि सहकारिता द्वारा स्वंय की गेहू पिसाई इकाई से लगभग 89 क्विंटल से अधिक आटा तैयार कर विकासखण्ड के विभिन्न भागों में उचित दरों में उपलब्ध करवाया गया है। जिससे क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा को बनाये रखने में सहयोग मिला है। सहकारिता द्वारा किये जा रहे इन प्रयासों से प्रभावित होकर मेजर हरिदत्त पोखरियाल, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, पुणे ने इस महामारी के कारण प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री प्रदान करने हेतु रू0 21,000.00 की धनराशि उपलब्ध करवायी गयी है। इस धनराशि से सहकारिता ग्रामों में पूर्व राहत सामग्री वितरित के दौरान छूटे परिवारों को सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी।