उत्तराखण्ड

जश्न ए बचपन–:12 मुंशी प्रेमचंद के जन्मदिन पर निकलेगी डिजिटल पत्रिका ,बच्चे करेंगे संपादन।

प्रेमचंद जयंती पर निकलेगा डिजिटल पत्रिका का अगला अंक।

रामनगर
रचनात्मकता के सफर “जश्न ए बचपन” में हुई “जश्न ए साहित्य” डिजिटल पत्रिका के अगले संस्करण पर चर्चा। यह अंक प्रेमचंद विशेषांक के रूप में निकाला जायेगा। बच्चों ने बतौर संपादक पत्रिका की रूपरेखा तैयार कर साझा की।
ग्रुप में लगातार सक्रिय विज्ञान कथाकार देवेन मेवाड़ी जी की चर्चित पुस्तक “पुस्तकनामा” को केंद्रीय हिंदी निदेशालय के शिक्षा पुरस्कार योजना के तहत पुरस्कार हेतु चुने जाने पर सभी प्रतिभागियों ने मेवाड़ी जी को शुभकामनाएं दी।
उल्लेखनीय है कि ग्रुप में रोज एक कविता पोस्टर और कविता पाठ प्रस्तुत किया जाता है। कल भवानी शंकर जी ने पहली कक्षा में पढ़ने वाले लक्षित का कविता पोस्टर “दिवस की कविता” के रूप में साझा किया। साहित्य दिवस की शुरुआत महेश जी ने एक ऑडियो के साथ की, जिसमें सभी प्रतिभागियों को बतौर संपादक “जश्न ए साहित्य” पत्रिका के अगले संस्करण के लिए रूपरेखा तैयार करने की गतिविधि दी गई । उन्होंने बताया कि इस बार का संस्करण सुप्रसिद्ध लेखक व उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद पर आधारित व उनको समर्पित है। इस गतिविधि में रिया, कृति अटवाल, शीतल भट्ट, आंचल जोशी, शिवांगी जोशी, दीपिका बोरा, दीक्षा, राधा, नमिषा आदि शामिल हुए। रूपरेखा तैयार करने के बाद महेश जी ने सभी प्रतिभागियों से एक दूसरे की रूपरेखा में टिप्पणी करने को कहा। प्रतिभागियों ने बखूबी एक दूसरे की बनाई हुई रूपरेखा को देखा और समझा और उन पर टिप्पणी की। प्रेमचंद जी द्वारा रची कहानी “कफ़न” की लिंक भी महेश जी ने साझा की, जिस पर ग्रुप प्रतिभागी शीतल कहती है ” यह कहानी बेहद ही संवेदनशील कहानी है। इस कहानी के माध्यम से प्रेमचंद ने स्त्री की समाज में घोर उपेक्षा को दर्शाया है।” प्रतिभागियों की रूपरेखा को जोड़ कर प्रेमचंद विशेषांक के लिये सभी प्रतिभागियों ने अपनी दिलचस्पी के अनुसार विधाएं व विषय चुने। इन पर एक सप्ताह के भीतर सभी बाल रचनाकार अपने रचना तैयार करेंगे।
सीखने सीखने के सफर में पिछले दिवस का सूक्ष्म अवलोकन (रिपोर्ट तैयार) शीतल ने किया। ग्रुप एडविन नवेंदु मठपाल जी ने सूचित किया कि ग्रुप के विज्ञान एक्सपर्ट देविदा, जिनका सानिध्य ग्रुप प्रतिभागियों को मिलता रहा है, उनकी चर्चित पुस्तक “पुस्तकनामा” को केंद्रीय हिंदी निदेशालय के शिक्षा पुरस्कार योजना के वर्ष 2018 के लिए 1,00,000/- के नकद पुरस्कार हेतु चुना गया है। सीखने सीखने के इस सफर में आज का दिन सिनेमा के नाम रहेगा जिसका संचालन दिल्ली से सिनेमा समीक्षक संजय जोशी जी करेंगे।
कृति अटवाल (दसवीं)
जश्न ए बचपन
नानकमत्ता पब्लिक स्कूल

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