उत्तराखण्ड

गांधी जन्म दिवस–: 2 अक्टूबर तक चलेंगे विभिन्न कार्यक्रम, बच्चों को प्रेरणा देंगी गांधी जी के जीवन से जुड़ी यादें ।

रामनगर

महात्मा गांधी के अहिंसा विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए रचनात्मक शिक्षक मण्डल ने आज से रामनगर व उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान शुरू कर दिया है।अभियान गांधी जी के जन्मदिन 2 अक्टुबर तक चलेगा।चार दिवसीय इस अभियान की आज विधिवत शुरुआत शिक्षक मण्डल द्वारा शिवलालपुर पांडे में संचालित प्रेमचंद स्मृति पुस्तकालय से हुई। शुरुआत में गांधी जी का प्रिय भजन बेषणव जन तो तेते कहिये से हुई। फिर बच्चो ने गांधी के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर बातचीत रखी।
प्रतिभागी कक्षा 6 की विद्यार्थी आकांक्षा सिंह ने गांधी के जीवन की बचपन की घटना सुनते हुए बताया कि गांधी ने अपनी आत्मकथा सत्य के साथ मेरे प्रयोग में लिखा है हाईस्कूल के पहले ही वर्ष की, परीक्षा के समय की एक घटना उल्लेखनीय हैं। शिक्षा विभाग के इन्सपेक्टर जाइल्स विद्यालय की निरीक्षण करने आए थे। उन्होंने पहली कक्षा के विद्यार्थियों को अंग्रेजी के पांच शब्द लिखाए। उनमें एक शब्द ‘केटल’ (kettle) था। मैंने उसके हिज्जे गलत लिखे थे।
शिक्षक ने अपने बूट की नोक मारकर मुझे सावधान किया। लेकिन मैं क्यों सावधान होने लगा? मुझे यह ख्याल ही नहीं हो सका कि शिक्षक मुझे पास वाले लड़के की पट्टी देखकर हिज्जे सुधार लेने को कहते हैं। मैने यह माना था कि शिक्षक तो यह देख रहे हैं कि हम एक-दूसरे की पट्टी में देखकर चोरी न करें। सब लड़कों के पांचों शब्द सही निकले और अकेला मैं बेवकूफ ठहरा। शिक्षक ने मुझे मेरी बेवकूफी बाद में समझाई, लेकिन मेरे मन पर कोई असर न हुआ। मैं दूसरे लड़कों की पट्टी में देखकर चोरी करना कभी न सीख सका।इतने पर भी शिक्षक के प्रति मेरा विनय कभी कम न हुआ। बड़ों के दोष न देखने का गुण मुझ में स्वभाव से ही था। बाद में इन शिक्षक के दूसरे दोष भी मुझे मालूम हुए थे। फिर भी उनके प्रति मेरा आदर बना ही रहा। मैं यह जानता था कि बड़ों का आज्ञा का पालन करना चाहिए। वे जो कहें सो करना करे उसके काजी न बनना।
कार्यक्रम आयोजक नवेंदु मठपाल ने गांधी की पढ़ाई व उसके बाद दक्षिण अफ्रीका के उनकेँ अनुभवों को विशेष ब्राउप से गोर द्वारा ट्रेन से फेंके जाने व उसके बाद गांधी की जीवन में आये परिवर्तनों पर बातचीत रखी।
एडवोकेट संजय कनोजिया ने गांधी द्वारा चलाये गए असहयोग आंदोलन व अन्य आंदोलनों पर बातचीत रखी।
वरिष्ठ चित्रकार सुरेशलाल के दिशानिर्देशन में बच्चों ने गांधी का चित्र भी बनाया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान सुनीता रानी कनोजिया ने की ।इस मौके पर बालकृष्ण चंद, कौशल्या सैनी,सुभाष गोला,नन्दराम आर्य,गिरीश मेंदोला,कविता सैनी, काजल सैनी मौजूद रहे।

Ad
To Top