देहरादून
जनपद के रानीपोखरी थाना क्षेत्र में हुए लोमहर्षक हत्याकांड में मृत 9 साल की बेटी अन्नपूर्णा, 11 साल की सुवर्णा, 15 साल की अपर्णा, पत्नी 38 साल नीतू और 70 साल की मां बीतल देवी का आज गमगीन माहौल में गंगाघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया जहां एक ही परिवार के पांच लोगों की चिताएं जली तो हर आंख नम हो गई। आरोपी महेश तिवारी के भाई ने ही चिताओं को मुखाग्नि दी, जब सीता को अग्नि दी गई तो हर एक व्यक्ति की वहां आंखें नम हो गई।

सोमवार 29 अगस्त सुबह घर के मुखिया महेश तिवारी ने अपनी तीन मासूम बेटियों, पत्नी और मां की बर्बरता से हत्या कर दी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है बताया जाता है कि रानीपोखरी के नागाघेर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की निर्मम हत्या के बाद मंगलवार को सभी पांच शवों का ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया । अपने ही परिवार के सदस्य की हैवानियत का शिकार हुई दादी व मां के साथ तीन मासूम बेटियां भी एक साथ एक ही घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गई। मंगलवार दोपहर में मृतकों के स्वजन के यहां पहुंचने के बाद सभी पांच शवों को अंतिम संस्कार के लिए मुनीकीरेती के पूर्णानंद घाट लाया गया। जहां हत्या आरोपी के सबसे छोटे भाई नरेश तिवारी ने अपनी मां, भाभी सहित तीनों भतीजियों को मुखाग्नि दी।




