Uttarakhand city news Lal Kuan गुलमोहर वृक्ष ने दिलाया राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा नाम

लालकुआं -: स्वच्छता सर्वेक्षण में लालकुआं को बीस हजार से कम जनसंख्या वाले कुल 2035 नगरों की श्रेणी में देश में 54वां और राज्य में पहला स्थान प्राप्त कराने के लिए
गुलमोहर वृक्ष का बड़ा हाथ रहा है, नगर पंचायत के कार्यालय के बाहर खड़ें हरे भरे गुलमोहर वृक्ष के नाम पर स्वच्छता के लिए बनी पुरुषों की एकमात्र स्वयं सहायता समूह गुलमोहर ही है जिन्होंने नगर सहित नगर से सटे हुए क्षेत्र से कूड़ा कचरा एकत्र कर शहर की सफाई व्यवस्था में अपना अहम योगदान दिया है।

गत 17 जुलाई को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और केंद्रीय आवास एवं नगर विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नगर पंचायत लालकुआं को श्रेष्ठ कूड़ा निस्तारण और बेहतर स्वच्छता प्रबंधन के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया था।
कार्यक्रम का आयोजन आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से किया गया, जिसमें देशभर से नगर निकायों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

वित्तीय वर्ष 2024-2025 के इस स्वच्छ सर्वेक्षण में लालकुआं नगर पंचायत ने 12 हजार 500 अंको वाली इस प्रतियोगिता में कुल 9828 अंक अर्जित कर यह स्थान प्राप्त किया है।
इस सर्वेक्षण में विभिन्न मानकों जैसे कि डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण, मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट (एमआरएफ प्लांट) सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के अलावा अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र का नियमपूर्वक संचालन, पुरूष स्वयं सहायता समूह गुलमोहर का गठन और कूड़ा निस्तारण प्रबंधन में नगर पंचायत के प्रयासों को सराहा गया है।
पंचायत स्तर पर जैविक और अजैविक कूड़े का डोर टू डोर संग्रहण करने वाला पांच सदस्यीय गुलमोहर स्वंय सहायता समूह राज्य में पुरूषों का एकमात्र स्वंय सहायता समूह है।इस समूह का नाम पंचायत कार्यालय के प्रांगण में लहलहाते गुलमोहर पेड़ के नाम पर रखा गया है।
इसके अलावा नगर पंचायत में महिलाओं द्वारा संचालित होने वाले कुल इक्कीस स्वंय सहायता समूह क्रियाशील हैं।इनमें से एक पांच सदस्यीय एकता स्वंय सहायता समूह प्रत्येक परिवार से मासिक यूजर चार्जेज संग्रह करने का काम करता है।नगर पंचायत में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत सोनू कुमार ने बताया कि कुल संग्रह हुए यूजर चार्जेज का चौथाई हिस्सा महिला स्वयं सहायता समूह को मेहनताने के तौर पर मिलता है जबकि शेष भाग गुलमोहर समूह का पारिश्रमिक होता है।वहीं स्क्रैप के विक्रय से प्राप्त होने वाली राशि भी गुलमोहर की मासिक आय का एक स्रोत है।

नगर पंचायत के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त सैनिक सुरेंद्र सिंह लोटनी ने इस उपलब्धि का श्रेय नगर पंचायत के कंसलटेंट मनोज बडवाल, कर्मचारियों के टीम वर्क और स्थानीय जनता के सहयोग को देते हुए कहा कि हमने चालू वित्तीय वर्ष यानि कि 2025-2026 में अखिल भारतीय स्तर पर और बेहतर रैंकिंग हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
सर्वेक्षण के दौरान अपनायी जाने वाली सम्पूर्ण प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी राहुल कुमार सिंह जिनको स्वच्छता अभियान के लिए

जिलाधिकारी वंदना सिंह ने भी सम्मानित किया था उन्होंने
बताया कि इसमें हर माह सफाई व्यवस्था की निगरानी करने के अलावा मूल्यांकन भी किया जाता है और वित्तीय वर्ष की आखिरी तिमाही में सर्वे और भौतिक सत्यापन किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि लालकुआं नगर पंचायत स्थानीय लोगों के प्रयोग के लिए एक स्वर्ग वाहन का भी रखरखाव करती है और उचित भाड़े पर इस वाहन का संचालन किया जाता है। जबकि राज्य में सबसे अधिक तहबाजारी कर भी लालकुआं शहर में वसूला जाता है जो पंचायत की आय का सबसे बड़ा स्रोत है,
नगर में छात्र-छात्राओं के लिए सप्ताह के सातों दिन खुलने वाले वाई-फाई की सुविधा से युक्त पंचायत द्वारा संचालित एक वातानुकूलित पुस्तकालय भी जिसकी देखरेख की ज़िम्मेदारी भी एक पांच सदस्यीय महिला समूह पर है। कुल मिलाकर नगर पंचायत के गुलमोहर स्वयं सहायता समूह की बदौलत आज नगर पंचायत को मिले इस मुकाम की हर जगह चर्चा है।।




