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जंगल ब्रेकिंग-: दीपावली पर्व को लेकर वन विभाग हाई अलर्ट,तस्करों पर रखी जा रही है कड़ी नजर, तराई पूर्वी,हल्द्वानी डिवीजन में चल रही है गस्त।

हल्द्वानी
दीपावली पर्व में सबसे अधिक चिंता वन विभाग को अपने दुर्लभ उल्लू बचाने की होती है बताया जाता है कि दीपावली पर्व में तंत्र विद्या को सक्रिय कर मनोकामना पूरी करने के लिए तांत्रिक उल्लू का सहारा लेते हैं जिस कारण वन विभाग ने अपने कर्मचारियों तक की छुट्टी रद्द कर दी है तथा आगजनी एवं वन्यजीव तस्करी के चलते हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
प्रभागीय वन अधिकारी हल्द्वानी डिवीजन कुंदन कुमार ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से वन विभाग के कर्मचारियों को दीपावली पर्व को देखते हुए वन्यजीव की सुरक्षा हेतु सघन गश्त अभियान प्रारंभ करवाया गया है जिसके तहत हल्द्वानी डिवीजन की आवादी से जुडी शारदा,नंधौर, छाकाता रेंज में सबसे अधिक सतर्कता बरती जा रही है जबकि जौलासाल उत्तरी एवं डांडा रेंज में भी कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
श्री कुमार ने बताया कि हल्द्वानी डिवीजन मे ब्राउन फिश उल्लू,जंगल उल्लू, लिटिल उल्लू, ब्राइल उल्लू, ब्राउन हॉक, की दुर्लभ प्रजातियां इस वन क्षेत्र में पाई जाती हैं जिसको लेकर हमेशा से वन विभाग हर वर्ष अपनी विशेष सतर्कता अभियान चला कर उन्हें संरक्षित करता है तथा जंगलों में गश्त बढ़ाता है ऐसे में किसी भी प्रकार के शिकार को रोकने के लिए वन विभाग ने अपनी कमर कस ली है। लगातार जंगलों में वन विभाग की टीम गश्त कर निगरानी बनाए हुए हैं। तथा वन विभाग के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां भी निरस्त कर दी गई हैं।

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उधर तराई पूर्वी वन प्रभाग के उप प्रभागीय वन अधिकारी ध्रुव सिंह मार्तोलिया ने बताया कि गौला, डौली,किशनपुर, सुरई, किलपुरा, रनसाली, खटीमा, पश्चिमी जौलासाल वन रेंजों में टीमें लगातार जंगलों के अंदर गश्त कर सघन चैकिंग अभियान चला रही हैं। इस मुहिम में आस-पास के गांव में रहने वाले लोगों की मदद भी वन विभाग ले रहा है।

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डौली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि शिकार होने की संभावना के मद्देनजर जंगलों के अंदर वन विभाग ने चौकसी बढ़ा दी है। लगातार गश्त की जा रही है। उच्च अधिकारियों के आदेश पर सभी वन कर्मचारियों की छुट्टी भी निरस्त कर दी गई है। सभी को लगातार ड्यूटी करने के लिए निर्देशित किया गया है। श्री जोशी ने बताया कि दीपावली के दिन और रात दोनों समय मुख्य रूप से निगरानी रखने की कोशिश रहेगी। आसपास के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों से भी संदिग्धों पर नजर रखने के लिए मदद ली जा रही है। उन्होंने दावा किया कि किसी भी प्रकार से जंगलों में शिकार होने नहीं दिया जाएगा।
गौरतलब है कि दीपावली पर्व पर तांत्रिक क्रियाकलाप और सिद्धि क्रिया करने के लिए तांत्रिक शिकारियों के माध्यम से जंगलों में उल्लू और अन्य जंगली जानवरों के शिकार करने की ताक में रहते हैं, इसलिए वन विभाग की टीम बीते वर्षों की तरह इस वर्ष भी अलर्ट नजर आ रही है।

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