दिल्ली/देहरादून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आकस्मिक निधन पर प्रदेश में 3 दिन (9-10-11 दिसंबर 2021) का राजकीय शोक घोषित करने के निर्देश दिये हैं।
उत्तराखंड के लाल ,देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु के कुन्नूर में आज हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी, पत्नी और 11 अन्य अफसरों के साथ मौत हो गई। सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत कई नेताओं ने गहन शोक संवेदना व्यक्त की है। पीएम ने कहा है कि तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं।
पीएम मोदी ने ट्विट में कहा “तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया है। उन्होंने अत्यंत परिश्रम के साथ भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।”
पीएम ने एक और ट्वीट में कहा ‘जनरल बिपिन रावत एक उत्कृष्ट सैनिक थे। एक सच्चे देशभक्त, उन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया। सामरिक मामलों पर उनकी अंतर्दृष्टि और दृष्टिकोण असाधारण थे। उनके निधन से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। ओम शांति।’ पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में जनरल बिपिन रावत की एक फोटो भी शेयर की है जिसमें वो हाथ मिलाते हुए नजर आ रहे हैं। पीएम ने तीसरे ट्वीट में कहा ‘भारत के पहले सीडीएस के रूप में, जनरल रावत ने रक्षा सुधारों सहित हमारे सशस्त्र बलों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर काम किया। वह अपने साथ सेना में सेवा करने का एक समृद्ध अनुभव लेकर आए। भारत उनकी असाधारण सेवा को कभी नहीं भूलेगा।’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा ‘देश के लिए एक बहुत ही दुखद दिन क्योंकि हमने अपने सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी को एक बहुत ही दुखद दुर्घटना में खो दिया है। वह सबसे बहादुर सैनिकों में से एक थे, जिन्होंने अत्यंत भक्ति के साथ मातृभूमि की सेवा की है। उनके अनुकरणीय योगदान और प्रतिबद्धता को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मुझे गहरा दुख हुआ है।’
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया गहरा शोक
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकाप्टर दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत व अन्य अधिकारियों की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जरनल रावत के आकस्मिक निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि देश की सुरक्षा के लिए जनरल रावत ने महान योगदान दिया है। देश की सीमाओं की सुरक्षा एवं देश की रक्षा के लिए उनके द्वारा लिये गये साहसिक निर्णयों एवं सैन्य बलों के मनोबल को सदैव ऊंचा बनाये रखने के लिए उनके द्वारा दिये गये योगदान को देश सदैव याद रखेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत की परवरिश उत्तराखण्ड के छोटे से गांव में हुई। वे अपनी विलक्षण प्रतिभा, परिश्रम तथा अदम्य साहस एवं शौर्य के बल पर सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए तथा देश की सुरक्षा व्यवस्थाओं एवं भारतीय सेना को नई दिशा दी। उनके आकस्मिक निधन से उत्तराखण्ड को भी बड़ी क्षति हुई है। हम सबको अपने इस महान सपूत पर सदैव गर्व रहेगा।
मुख्यमंत्री आवास में बुधवार को विधानमण्डल दल की बैठक के अवसर पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकाप्टर दुर्घटना में हुए आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि आर्पित की गई।
इस अवसर जनरल रावत का भावपूर्ण स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनरल रावत का निधन देश व उत्तराखण्ड के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका आकस्मिक निधन स्वयं उनके लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने कहा कि वे सर्वोच्च सेना अधिकारी होने के साथ ही सादगी व सरलता की भी प्रतिभूति थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से भी जनरल रावत का विशेष लगाव था। राज्य के विकास की उनकी सोच थी। अभी हाल ही में राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर अपनी पत्नी के साथ वे देहरादून आये थे, उनका आकस्मिक निधन उत्तराखण्ड के लिए बड़ा ही दुःखद है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, डॉ हरक सिंह रावत, श्री बंशीधर भगत, श्री सुबोध उनियाल, श्री बिशन सिंह चुफाल, स्वामी यतीश्वरानन्द, विधायक श्री हरवंश कपूर, श्री हरभजन सिंह चीमा सहित अन्य विधायकगणों ने भी श्री जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की।