पंतनगर-: विश्वविद्यालय के चार-दिवसीय किसान मेले का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह आज गांधी हाल में आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि सलाहकार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, भारत सरकार, डा. ए.के. रावत थे। इस अवसर पर कुलपति, डा. मनमोहन सिंह चौहान, निदेशक एवं कुलपति, एनडीआरआई, करनाल, डा. धीर सिंह, विधायक लालकुआं, डा. मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक, श्री राजेश शुक्ला निदेशक प्रसार शिक्षा, डा. अनिल कुमार शर्मा एवं संयुक्त निदेशक शोध, डा. के.पी सिंह भी मंच पर उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि, डा. ए.के. रावत ने कहा कि भारतवर्ष में यह एक ऐसा मेला है, जिसमें किसान नयी तकनीकियों की जानकारी के लिए आतुर रहता है। पंतनगर विश्वविद्यालय का हरित क्रांति में अहम योगदान रहा है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं, नीतियां, कार्यक्रमों को किसानों को ग्रहण करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसान यदि नयी तकनीकियों का उपयोग अपनी फसलों में करे तो अपनी आय में वृद्वि कर सकता है। डा. मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी यह किसान मेला प्रसिद्व है, जिसमें विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की कडी मेहनत एवं लगन का परिणाम है। कुलपति, डा. मनमोहन सिंह चौहान ने मेले में आये हुए समस्त स्टाल धारकों को बधाई दी, जिनके सहयोग से इस किसान मेले को सफल किया जा सका है। उन्होंने कहा कि आगे भी यह सहयोग आपसे अपेक्षित रहेगा।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में चार दिवसीय 112वें किसान मेले के बारे में जानकारी देते हुए डा. अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के विभिन्न बीज केन्द्रों से किसानों द्वारा रू. 90 लाख के बीजों की बिक्री की गयी। उन्होंने बताया कि इस मेले में विभिन्न फर्मों, विश्वविद्यालय एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के लगभग 600 स्टाल लगाये गये व लगभग 15000 पंजीकृत एवं अपंजीकृत किसानों ने मेले का भ्रमण किया।
सभी मुख्य अतिथि द्वारा सर्वोत्तम स्टाल के लिए मैसर्स न्यू हालैंण्ड ट्रैक्टर, रामपुर तथा सर्वोत्तम प्रदर्शन के लिए मैसर्स ए.एच. एसोसिएट, काशीपुर एवं मैसर्स लूबी इन्डस्टी एलएलपी, गाजियाबाद के प्रतिनिधियों को ट्राफी देकर पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त इस अवसर पर किसान मेले में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं स्टालों के विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान किये गये। किसान मेला प्रभारी एवं निदेशक संचार, डा. एस.के. बंसल ने पुरस्कार वितरण का संचालन एवं मेले में आए सभी स्टाल धारकों का आभार व्यक्त किया।
