लालकुआं (नैनीताल)। निकटवर्ती बिन्दुखत्ता क्षेत्र में आवारा घूमते पशुओं के कारण किसानों की रातों की नींद हराम हो गई है। इससे दिन भर खेतों में पसीना बहाने वाले किसानों को रात में भी आराम नहीं मिल पा रहा है। किसानों को सारी रात भरी फसल में खेतों में घुस आये छुट्टा मवेशियों को खदेड़ने में ही रतजगा करना पड़ रहा है।
बिन्दुखत्ता में गौला नदी के तटवर्ती इलाकों संजयनगर, रावतनगर, खुरियाखत्ता के ग्रामीण इलाकों में करीब पांच-छः दर्जन आवारा मवेशी झुंड में घूम रहे हैं। जो सुबह उजाला होने से पहले ही गौला नदी की तरफ जंगल में चले जाते हैं और जब लोग सो जाते हैं, तभी बड़ी खामोशी के साथ खेतों में घुसकर फसलों का चट कर जाते हैं। दर्जनों की संख्या में आने वाले ये मवेशी कुछ ही देर में किसानों की मेहनत से तैयार फसल को नष्ट कर देते हैं। जिनसे फसल बचाने के लिए किसानों को लाठी-डंडे और टॉर्च लेकर सारी रात जागते हुए खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है।
किसान रात में इन आवारा पशुओं के एक झुंड को खदेड़ कर जैसे ही घर वापस पहुंचते हैं, वैसे ही अंधेरे में इनका दूसरा समूह खेतों में घुसकर फसल नष्ट कर देता है। हर रात यही सब होता है।
बरसात के मौसम में बेचारे किसानों के कष्टों की कोई सीमा नहीं है। कोई भुग्तभोगी ही इन संकटों को समझ सकता है।