उत्तराखंड में भारी बरसात और अतिवृष्टि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार सबसे अधिक जनपद चंपावत को झेलना पड़ी जहां जनपद में 380 मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की गई लगातार
48 घंटे से हो रही बरसात से 41 सडके बंद है जबकि राष्ट्रीय
राजमार्ग टनकपुर और घाट के बीच बंद रहने से यातायात पर बड़ा असर पड़ा है जिसको खोलने के लिए एजेंसियां पूरी तरह
से लगी हुई है चंपावत जनपद की बात कही जाए तो यहां 83 टीमें विभिन्न जनपद के प्रभावित क्षेत्रों में जुटी हुई है जिला प्रशासन का कहना है कि उनकी पहली प्रायोरिटी सड़कों को खोलें तथा विद्युत और पेयजल व्यवस्था को बनाने की है जिसको लेकर युद्ध स्तर के प्रयास किया जा रहे हैं अब तक दो मृतकों की जनपद में पुष्टि हुई है जबकि एक के लापता होने
की खबर है शारदा नदी का जलस्तर घटने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है वहीं जनपद में नदी के टापू में फंसे दो लोगों को भी बीती रात्रि रेस्क्यू कर लिया गया है जिला प्रशासन अब प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास को लेकर के जुटा हुआ है तथा जगह-जगह सड़के खोलने के प्रयास लगातार जारी है प्रशासन की रात दिन युद्ध स्तर की तैयारी के बीच अनेक मार्गों को खोला जा चुका है जबकि अभी भी प्रशासन घाट टनकपुर के बीच मार्ग को खोलने में जुटा हुआ है।