Uttarakhand city news Haldwani -:समाज में कभी-कभी ऐसे भी दिन आते हैं जो परिवार के नाजुक रिश्तो को उस मोड पर ला खड़ा कर देते हैं जहां इसके आगे एक साथ जीवन जीना दो परिवारों के लिए मुश्किल भरा रहता है ऐसे मुश्किल घड़ी में सरकार द्वारा गठित ऐच्छिक ब्यूरों एक ऐसा माध्यम बनता है जहां दो परिवारों को टूटने से बचाता है हालांकि जिंदगी में ऐसे दिन नहीं आने चाहिए लेकिन फिर भी कई घटनाओं में इन परिवारों की दूरियों को कम करने का प्रयास सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए उच्च शिक्षित लोगों के साथ-साथ पुलिस भी इस मुहिम को परिवार के टूटने से बचाती है ऐसे ही अपने दायित्व से भटके चार परिवारों की काउंसलिंग, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा के समक्ष हुई जिसमें तीन परिवारों की खोई हुई खुशियां लौटा कर पुलिस ने अपने कर्तव्य का पालन किया तथा इस फर्ज के साथ साथ नैनीताल पुलिस ने मानव धर्म भी निभाया,।
हल्द्वानी में महिला ऐच्छिक ब्यूरो के मासिक काउंसलिंग सत्र के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा की अध्यक्षता में ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्यों डॉ0 युवराज पन्त, मनोचिकित्सक/काउंसलर, बहादुर सिंह बिष्ट,संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड (से0नि0), डॉ0 प्रभा पंत (शिक्षाविद) प्रो0 एवं विभागाध्यक्ष एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी, श्री राम सिंह बसेड़ा(अधिवक्ता) पूर्व अध्यक्ष बार एसोशियन हल्द्वानी के समक्ष उप निरीक्षक सुनीता कुंवर, प्रभारी महिला समाधान केंद्र हल्द्वानी द्वारा चार प्रकरणों को रखा गया।
सभी मामलों में दोनों पक्ष काउंसलिंग में उपस्थित हुए तथा प्रकरणों को भली-भांति सुना गया।
काउंसलिंग के माध्यम से तीन मामलों में दोनों पक्षों को भली-भांति समझा कर काउंसलिंग कर उनका राजीनामा करवाया गया, तथा एक मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए।
नैनीताल पुलिस जन सुरक्षा के साथ सामाजिक मामलों में भी संवेदनशील है, कर्तव्यों के अलावा जनहित के लिए भी प्रयासरत है।