उत्तराखण्ड

(बड़ी खबर)औद्योगिक यूनिट को तीन माह के भीतर करें सुचारू. नहीं तो भू आवंटन होगा रद्द. DM ।।

औद्योगिक आस्थान केंद्र चंपावत में बंद पड़ी विभिन्न औद्योगिक यूनिट को तीन माह के भीतर सुचारू करना होगा जो यूनिट सुचारू या संचालित नहीं होगी, उनका भू आवंटन निरस्त कर अन्य जरूरतमंद उद्यमियों को आवंटित कर औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाया जाएगा- जिलाधिकारी

जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी नवनीत पांडे की अध्यक्षता में जिला उद्योग मित्र की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाए जाने हेतु विभिन्न निर्णय लिए गए। बैठक में 27.5 लाख रुपए की धनराशि के ब्याज उत्पादन स्वीकृत किए गए। बैठक में समिति द्वारा औद्योगिक आस्थान केंद्र में वर्तमान में कार्यरत पांच इकाई को अपने उद्यम (कार्य) में बदलाव किए जाने को भी स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही जिले में औद्योगिक गतिविधियों के बढ़ाए जाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकर्स तथा कार्मिकों को सम्मानित किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा एमएसएमई नीति 2015 व पोल्ट्री इकाइयों के ब्याज उत्पादन के प्रकरणों पर इकाई बार चर्चा करते हुए ब्याज उत्पादन के 20 लाख रुपए की धनराशि के 34 यूनिट की स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में औद्योगिक आस्थान केंद्र चंपावत में आवंटित कुल 36 भूखंड में संचालित औद्योगिक गतिविधियां उद्योग की समीक्षा के दौरान महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र दीपक मुरारी ने अवगत कराया की औद्योगिक आस्थान केंद्र चंपावत में वर्तमान में 36 भूखंड उद्यमियों को उद्योग खोले जाने हेतु आवंटित किए गए थे। जिनमें से वर्तमान में मात्र 6 ही भूखंड में संबंधितों द्वारा उद्यम संचालित किया जा रहा है। शेष यूनिट वर्तमान में बंद पड़ी है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित विभिन्न भूखंड उद्यमियों से कहा कि वह शीघ्र ही अपना उद्योग पुनः संचालित करें, जिस उद्देश्य से उन्हें भूखंड आवंटित किया गया है। अगर उस उद्देश्य की पूर्ति वर्तमान में नहीं हो रही है अथवा भूखंड का उपयोग किसी भी अन्य प्रयोजन में किया जा रहा है तो ऐसे भूखंड को निरस्त करते हुए संबंधित से भूखंड वापस लेते हुए अन्य उद्यमी को भूखंड आवंटित कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी उद्यमी को अंतिम चेतावनी देते हुए महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र को निर्देश दिए कि ऐसे सभी भूखंड/यूनिट जो वर्तमान में बंद पड़े हैं जिनमें उद्योग नहीं चल रहा है ऐसे व्यक्तियों को तीन माह का नोटिस दें, की अगर वह 3 माह में अपना उद्यम संचालित नहीं करते हैं तो उनके भूखंड की निरस्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए भूखंड को सील किया जाए, ताकि नए उद्यमियों को यह भूखंड आवंटित किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाए जाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करना है, इस हेतु उद्योग विभाग उद्योग मित्रों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अधिक से अधिक लोगों को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़े। व उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करें।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों से आए उद्यमियों से जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बड़ाए जाने के संबंध में चर्चा करते हुए अनेक सुझावों पर वार्ता की। बैठक में जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाये जाने हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। जिसमें जिला लीड बैंक प्रबंधक अमर सिंह ग्वाल, स्टेट बैंक टनकपुर के प्रबंधक अमित पांडे, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक के प्रबंधक कमलेश शाह, सहायक प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र अमित भाकुनी, कार्यालय सहायक संजय चौहान को सम्मानित किया गया। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र दीपक मुरारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी सीमा बंगवाल, लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल, एसडीओ फॉरेस्ट नेहा चौधरी, ए आर कोऑपरेटिव सहित विभिन्न उद्योग मित्र, कर्मचारी सहित अन्य उपस्थित रहे।

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