शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने, विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखण्ड द्वारा राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा के सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक में निर्देश दिये थे कि राज्य में संचालित सभी राजकीय प्राथमिक / माध्यमिक विद्यालयों का सौन्दर्याकरण किया जाय तथा विद्यालयों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित किया जाय। क्षेत्र भ्रमण अवधि के दौरान कतिपय विद्यालयों में सौन्दर्गीकरण का अभाव, पर्यावरण के प्रति उदासीनता, कक्षा-कक्षों की खिड़की एवं दरवाजों का टूटा होना, शौचालयों का साफ-सुथरा न होना, स्वच्छ पेयजल का अभाव देखा गया है। विद्यालयों के द्वारा कलर कोड का पालन, रंग रोगन करते समय नहीं किया जा रहा है और विद्यालयों में सफेदी एवं रंग रोगन कई वर्षों से नहीं की जा रही है, जिससे विद्यालय, विद्यालय की तरह प्रतीत नहीं हो पा रहे हैं।
इस सन्दर्भ में विभागीय स्तर से भी उच्च अधिकारियों के द्वारा किये गये विद्यालय निरीक्षण में भी उक्त की पुष्टि होती है
जबकि समग्र शिक्षा के अन्तर्गत प्रतिवर्ष विद्यालय सौन्दर्याकरण एवं विद्यालयों के रख-रखाव आदि के लिए विद्यालय अनुदान तथा विद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण हेतु Youth & Eco Club के माध्यम से धनराशि दी जा रही है। इसके बावजूद भी विद्यालयों में सौन्दर्याकरण एवं एकरूपता का अभाव स्पष्ट रूप में परिलक्षित हो रहा है। जैसे कि आप अवगत हैं शिक्षा अधिगम हेतु जितना अधिक अनुकूल वातावरणहोगा, उतना ही प्रभावी शिक्षण अधिगम विद्यालयों में होगा। जिससे छात्र एवं अभिभावक भी विद्यालय के प्रति आकर्षित होंगे। है।
साथ ही Youth & Eco Club के द्वारा विद्यालयों में फुलवारी, साज-सज्जा, किचन गार्डन आदि के लिए भी धनराशि दी जा रही है। लेकिन इसके बावजूद भी धरातल पर कार्रवाई नहीं हो रही है जिसको देखते हुए अब यह आदेश जारी किए गए हैं।