उत्तर प्रदेश

बिग ब्रेकिंग(हल्द्वानी) नशे के प्रति संवेदनशील आईजी कुमाऊं पहुंचे नशा मुक्ति केंद्र. नशे के रोगियों का जाना हाल. नशे के दुष्प्रभाव की भी दी जानकारी.कहा नशे को लेकर इस हेल्पलाइन नंबर पर भी कर सकते हैं अपनी शिकायत।।

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हल्द्वानी-: नशा उन्मूलन को लेकर कुमाऊं आईजी इतने संवेदनशील है कि वह अक्सर नशे के खात्मे के लिए लगातार हर स्तर से प्रयास करते हैं उनके ही प्रयास का नतीजा है कि पूरे कुमाऊं क्षेत्र में बड़े स्तर पर नशा उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है ऐसा कोई दिन नहीं होता है कि कुमाऊं में कहीं न कहीं नशे की खेप पकड़ी ना जाती हो लेकिन फिर भी पुलिस अपना धर्म समझते हुए गलत संगत में पड़ गए लोगों को फिर से मुख्यधारा में लाने में लगी हुई है इसी का नतीजा है कि आज कुमाऊं आईजी हीरा नगर स्थित नशा मुक्ति केन्द्र निर्वाण में उपचाराधीन व्यक्तियों से हुए रुबरु तथा उन्होंने वहां रह रहे लोगों का हाल जाना।
बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं डॉ. नीलेश आनंद भरणे जनपद नैनीताल की एनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स),एसओजी टीम के साथ हल्द्वानी के हीरानगर स्थित नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे जहां पर आई जी द्वारा नशा मुक्ति केंद्र में उपचाराधीन व्यक्तियों से मिलकर उनसे नशे के दुष्प्रभाव के बारे में अपने तर्क साझा किए व बताया कि हमारा प्रदेश उत्तराखण्ड भी धीरे-धीरे नशे की चपेट में आता जा रहा है, उपचाराधीन व्यक्तियों से जब से वो नशे में होने की स्थिति व दुष्प्रभावों की जानकारी ली गयी ।
इस दौरान श्री भरणे ने नशे की कमर तोडने हेतु सबको एक जुट होकर संकल्प लेते हुए नशे के विरुद्ध कार्य करने हेतु कहा साथ ही नशे के कारोबारियों के सम्बन्ध में पुलिस को सूचना देने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उनको बताया कि क्षेत्र में नशे के कारोबार को रोकने के लिए हमें सर्वप्रथम नशे की डिमांड को खत्म करना होगा और नशे से सम्बन्धित कोई भी सूचना देने हेतु परिक्षेत्रीय स्तर पर एक हैल्प लाईन नम्बर 8077713006 जारी किया गया है । इसके अलावा किसी भी क्षेत्र में नशे के लगातार प्रचलन शिकायत व किसी पुलिस कर्मी द्वारा शिकायत नहीं सुनी जाती है तो उक्त हैल्पलाईन नम्बर पर काल/व्हाटसएप के माध्यम से दी जा सकती है .तथा जनपद स्तर पर नशे की रोकथाम एवं प्रचार प्रसार हेतु ड्रग्स वालेन्टियर्स ग्रुप बनाये जायेंगे.और नशे की रोकथाम हेतु हर जनपद में एएनटीएफ टीम का गठन किया गया है। जो हर समय उपलब्ध रहेगा .साथ ही एएनटीएफ टीम को वाहन व डाग स्क्वाड टीम से लैस किया जायेगा . उन्होंने कहा कि नशे के काराबारियों द्वारा अवैध रुप से अर्जित सम्पत्ति का डाटा बैंक तैयार किया जा रहा है तथा उनपर गैंगस्टर एक्ट लगाते हुए उनकी सम्पत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी । तथा नशे की रोकथाम हेतु हम Zero Tolerance की नीति पर कार्य कर रहे है । ऐसी कोई सूचना जिसमें किसी पुलिस अधिकारी/कर्मचारी द्वारा नशे की रोकथाम में लापरवाही या संलिप्तता पायी जाती है उसके विरुध कठोर कार्यवाही की जायेगी । आई0जी0 द्वारा उपचाराधीन व्यक्तियों को बताया गया कि हम नशे की लत में फंसे व्यक्ति को नहीं पकडते अपितु उनसे नशे के सोर्स के बारे में पूछते हैं ।
इस दौरान उपचाराधीन व्यक्तियों ने बताया कि वे किस प्रकार नशे की लत में पडने के कारण वह अपने मां-बाप, पारीवारिक जनों को भूल जाते हैं । कई बार तो पूरे-पूरे दिन की घटना उन्हे याद नहीं रहती हैं पूरा Day Blank हो जाने की बात कही ।
इस अवसर पर डॉ.सुशीला तिवारी अस्पताल से मनोचिकित्सक डॉ. युवराज पंत तथा प्रोजेक्ट कोर्डीनेटर श्रीमती रश्मि पंत मौजूद रही ।

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