Uttarakhand city news Dehradun
शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने घोषणा की कि शिक्षा विभाग द्वारा संचालित क्लस्टर स्कूल योजना के तहत पहले चरण में प्रत्येक विकास खंड में एक क्लस्टर स्कूल स्थापित किया जाएगा।
रावत ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत विभाग द्वारा पूरे राज्य में बनाए जाने वाले इन क्लस्टर स्कूलों का चयन किया गया है। पहले चरण में माध्यमिक स्तर पर सभी 95 विकास खंडों में एक क्लस्टर स्कूल स्थापित किया जाएगा। ये स्कूल कक्षा सात से बारह तक के छात्रों को शिक्षा प्रदान करेंगे और स्मार्ट क्लासरूम, वर्चुअल क्लासरूम, टिंकरिंग लैब, कंप्यूटर लैब, विषय-विशिष्ट प्रयोगशालाएं, आर्ट एंड क्राफ्ट रूम, लाइब्रेरी, खेल के मैदान और टॉयलेट सहित कई तरह की सुविधाएं प्रदान करेंगे।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस योजना के तहत इन विद्यालयों में सभी विषयों के शिक्षकों के साथ-साथ खेल और योग प्रशिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष, सहायक कर्मचारी और भोजनालय कर्मचारियों की शत-प्रतिशत तैनाती सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि चयनित क्लस्टर विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं की गारंटी और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने स्थलीय निरीक्षण के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। इन अधिकारियों में निदेशालय स्तर के वरिष्ठ अधिकारी जैसे शिक्षा महानिदेशक, सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारी (सीईओ), जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) के प्राचार्य और खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) शामिल हैं। रावत ने बताया कि ये नोडल अधिकारी जल्द ही नामित विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे और शिक्षा महानिदेशालय के माध्यम से सरकार को विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद चयनित क्लस्टर विद्यालयों के लिए निर्माण प्रक्रिया शुरू होगी। रावत ने जोर देकर कहा कि सरकार का लक्ष्य इन क्लस्टर विद्यालयों को शिक्षा हब के रूप में विकसित करना है। साथ ही, कम छात्र नामांकन वाले नजदीकी विद्यालयों को इन क्लस्टर विद्यालयों में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत क्लस्टर स्कूलों को धीरे-धीरे आवासीय सुविधाओं में परिवर्तित किया जाएगा ताकि दूरदराज के क्षेत्रों के छात्रों को आवास उपलब्ध कराया जा सके।l
