पिछले कई दिनों से गरमायी राजनीतिक सियासत के बीच
प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफा के बाद धामी मंत्रिमंडल में इसी महीने विस्तार को लेकर राजनीतिक सरगरिया तेज हो गई है इसी कड़ी में नेताओं का दून दरबार में परिक्रमा लगनी भी प्रारंभ हो गई है ऐसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली दौरे पर जाने के बाद अब उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं भी और तेज हो गई है। प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे से पहले धामी कैबिनेट में चार मंत्री पद खाली चल रहे थे लेकिन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब रिक्त पदों की संख्या 5 हो गई है जिस पर चर्चा है कि इस महीने के अंत में धामी मंत्रिमंडल में बड़ा विस्तार हो सकता है जिसको लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है। चर्चा इस बात की भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केदारनाथ से जिस तरह का लगाव है उसे लगता है कि तीसरी बार केदारनाथ विधानसभा सीट से विधायक बनी आशा नौटियाल को भी पार्टी मंत्री पद से नवाज सकती है वही उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडल को बैलेंस बनाए रखने के लिए भी मंत्रिमंडल के में विस्तार किया जा सकता है जिसमें संभावना है की गढ़वाल के तीन और कुमाऊं के दो विधायकों को मंत्री पद दिया जाए। वही मंत्री पद मिलने को लेकर विधायकों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व और पार्टी संगठन जो जिम्मेदारी उन्हें देता है उसे वह बखूबी निभाते हैं और अगर उन पर संगठन भरोसा करता है तो नई जिम्मेदारी के लिए भी वह तैयार हैं।
