उत्तराखण्ड

बिग ब्रेकिंग-:(हल्द्वानी)देश के सबसे बड़े बंदर बाडे की मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज रखी आधारशिला, 3144 बंदरों को रखा जाएगा इन बाडो में ।।

हल्द्वानी
मानव वानर संघर्ष को देखते हुए तराई पूर्वी वन प्रभाग के गौला रेंज के गौला रोखड़ वन ब्लॉक के दानी बंगर क्षेत्र में बंदर बचाओ जन्म नियंत्रण एवं पुर्नवास केंद्र का शिलान्यास आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सर्किट हाउस से करते हुए कहा कि इस केंद्र के बनने से बंदर मानव संघर्ष रोकने में यह केंद्र अहम योगदान दे सकेगा।
इस अवसर पर तराई पूर्वी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि बंदर बचाओ जन्म नियंत्रण एवं पुर्नवास केंद्र दानी बंगर में छह मुख्य बाडे में 4 सब कंपार्टमेंट सहित कुल 24 बाडों का निर्माण किया जाएगा तथा प्रत्येक बाड़े की नाप 50700 वर्ग मीटर निर्धारित है डीएफओ ने बताया कि केंद्र में एक वेटरनरी हॉस्पिटल का भी निर्माण किया जाएगा जिसमें ऑपरेशन थिएटर में आधुनिक मशीनों की व्यवस्था रहेगी इस केंद्र में क्वॉरेंटाइन सेंटर,रेन हार्वेस्टिंग सीवेज ट्रीटमेंट,विद्युत पानी की पूर्ण व्यवस्था एवं कीपर फैसिलिटी आवश्यकता अनुसार चिकित्सा हेल्पर केयर टेकर निरीक्षण मार्ग, गेट तथा सुरक्षा दीवार की व्यवस्था की जाएगी इस आधुनिक व्यवस्थाओं से परिपूर्ण बंदर बाडे के निर्माण की प्रथम चरण की लागत 200 लाख है उक्त केंद्र भारत का अब तक का सबसे बड़ा वानर बचाव केंद्र होगा जिसका कुल क्षेत्रफल 109 हेक्टेयर है तथा यहां स्थल हल्द्वानी से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है संपूर्ण केंद्र में 3144 बंदरों को रखे जाने की व्यवस्था रहेगी तथा 10,000 बंदरों का व्याकरण किया जाएगा पकड़े गए बंदरों को सर्वप्रथम केंद्र में स्थित जन्म नियंत्रण केंद्र में रखा जाएगा जहां पर ऑपरेशन के पश्चात कुछ समय के लिए मुख्य बाडों में रखा जाएगा बंदर के व्यवहार के आंकलन के बाद सामान्य व्यवहारशील बंदरों को आबादी से दूर उनके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया जाएगा तथा उत्पाती एवं अपंग बंदर इस केंद्र में पुनर्वसित होंगे इस केंद्र में जनपद उधम सिंह नगर नैनीताल एवं अन्य क्षेत्रों से बंदरों को रेस्क्यू कर लाया जाएगा जहां पर इनका इलाज भी किया जा सकेगा।

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