उत्तर प्रदेश

उत्तराखंड-:(धरती के भगवान) ऑपरेशन करने से पूर्व डॉक्टर ने मरीज के लिए किया रक्तदान. फिर ऑपरेशन कर बचाई मरीज की जान. यह है सच्चे धरती के भगवान।।

उत्तराखंड-: डॉक्टर को धरती का भगवान ऐसे ही नहीं कहते हैं अपने समर्पित पेशे के साथ समाजिक संबंधों को भी रखने वाले डॉक्टर से लोगों को सबक लेने की आवश्यकता है सरकारी दून मेडिकल कॉलेज (जीडीएमसी) के डॉक्टर शशांक सिंह, सीनियर रेजिडेंट, आर्थोपेडिक्स ने मानवता के लिए बड़ी मिसाल पेश की है उन्होंने ऑपरेशन करने से पहले अपने गंभीर रूप से बीमार रोगी को रक्तदान कर उसे जीवन दान देने का महा पुण्य कार्य किया है। बताया जाता है कि मरीज के बाएं हाथ और जांघ में गंभीर फ्रैक्चर होने के चलते उन्हें अस्पताल में 7 नवंबर को भर्ती कराया गया था। अगले कुछ दिनों में उसकी स्थिति स्थिर होने के बाद, डॉक्टरों ने उसकी जांघ का ऑपरेशन करने का फैसला किया, लेकिन ऐसा नहीं कर सका क्योंकि ऑपरेशन से पहले उसे रक्त चढ़ाने की जरूरत थी। इस दौरान खून की जरूरत को देखते हुए कई प्रयास किए गए मरीज की बेटी ने अपना रक्तदान करने की पेशकश की लेकिन चिकित्सा संबंधी समस्याओं के कारण वह नहीं कर सका। कोई और रक्तदान करने के लिए आगे नहीं आया जिससे उसके ऑपरेशन में देरी होने लगी । जब डॉक्टर शशांक को इस बारे में पता चला तो उन्होंने बुधवार को मरीज को अपना ब्लड डोनेट किया और बाद में उसका ऑपरेशन भी किया। हड्डी रोग विभाग के प्रमुख डॉ अनिल जोशी ने भी अपने मरीज के प्रति डॉ शशांक के मानवीय और दयालु व्यवहार की सराहना की। जीडीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष सयाना ने भी डॉ. शशांक की तारीफ करते हुए कहा कि हर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ को अपने मरीजों के प्रति ऐसी ही भावना रखनी चाहिए, तथा समाज में रक्तदान के लिए लोगों को आगे आना चाहिए उन्होंने डॉक्टर की सराहना करते हुए कहा कि डॉक्टर की इस बड़ी मानवता से लोगों को सबक लेकर रक्तदान जैसे पुण्य कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करना चाहिए जिससे रक्तदान को बढ़ावा मिल सके। देहरादून न्यूज़

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