कार्यकर्ताओं का आभार जताने घर-घर जा रहे हैं रावत
-दिनभर कार्यकर्ताओं से घिरे रहे हरदा
-गौलापार और चोरगलिया क्षेत्र का किया भ्रमण
लालकुआं
चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद भले ही अधिकांश उम्मीदवार अपने घरों में बैठकर थकान मिटा रहे हों या हार जीत का गणित लगा रहे हों, लेकिन कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ना तो घर बैठे हैं और ना ही हार जीत का गणित लगा रहे हैं। चार दिन बाद भी उन्होंने अपनी लालकुआं विधानसभा क्षेत्र को नहीं छोड़ा है। वह लगातार कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर उन्हें चुनाव संपन्न कराने के लिए धन्यवाद दे रहे हैं और लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं साथ ही वैवाहिक समारोह में पहुंचकर वह लोगों का स्वागत करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं उन्होंने आज एक कार्यक्रम में टिक्की तल कर अतिथियों को खिलाई।
तीनपानी स्थित अस्थाई आवास में रह रहे हरदा से मिलने के लिए सुबह से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को सुबह जब तक हरदा उठते तब तक बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी थी। उनसे मिलने के लिए न केवल लालकुआं विधानसभा क्षेत्र बल्कि पूरे कुमाऊं भर से कार्यकर्ता पहुंचे थे। इनमें कई वह नेता भी शामिल थे जो इस बार चुनाव लड़े हैं, और अपनी जीत के प्रति आश्वस्त हैं।
अपने अस्थाई आवास में कार्यकर्ताओं से बारी-बारी से मिलने के बाद वहां क्षेत्र को निकल पड़े। लगभग 10.30 बजे क्षेत्र भ्रमण में निकले हरदा सबसे पहले चोरगलिया पहुंचे। वह यहां पार्टी नेता कैलाश चंद्र थुवाल, मदन बोरा और मंगल सिंह धामी के आवास में पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उन्हें चुनाव में अपनी भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया। दोपहर बाद वह वरिष्ठ नेता हरेंद्र बोरा के गौलापार स्थित आवास में पहुंचे। यहां पूर्व कबीना मंत्री यशपाल आर्य भी मौजूद रहे। यहां उन्होंने बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं के साथ सामूहिक भोज किया।
रावत ने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर सारे विकास कार्य शुरू किए जाएंगे। क्षेत्र की हर समस्या का समाधान किया जाएगा। इस दौरान हरदा गौलापार में एक शादी समारोह में भी शामिल हुए और उन्होंने वहां टिकिया तलते हुए लोगों को बांटी। उसके बाद वह हल्द्वानी में कांग्रेस विधायक प्रत्याशी सुमित ह्रदयेश के घर भी गए। पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल, विधायक हरीश धामी, खजान गुड्डू, ब्लॉक अध्यक्ष नीरज रैकवाल, उमेश कबडवाल आदि मौजूद रहे।