
उत्तराखंड मौसम अपडेट पर्वतीय क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं। ज्यादातर क्षेत्रों में बुधवार को हुई झमाझम बारिश के बाद गुरुवार को मौसम सुहावना बना रहा है। जबकि मैदानी क्षेत्र ताप रहे हैं।
पहाड़ों में बारिश होने से जहां गर्मी से राहत मिल रही है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में चटख धूप खिलने की वजह से तपिश बढ़ गई है।
गुरुवार को देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही मौसम शुष्क बना रहा। तेज धूप खिलने के कारण गर्मी भी बेहाल किया। शाम के समय आंशिक बादल छा गए। वही चार धाम से आसपास के क्षेत्रों में धूप और बादलों की आंख मिचौली चलती रही। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई, जबकि कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बौछारें भी पड़ी। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के चलते तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। जबकि मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार नैनीताल और पिथौरागढ़ कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। उत्तरकाशी,चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर में आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछार पड़ने और अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
देशभर में मौसम प्रणाली:
मानसून अपडेट: दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 21 मई को दक्षिण अरब सागर, मालदीव व कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों और उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों तक बढ़ गया है।
अगले 3-4 दिनों के भीतर केरल में मानसून के आगमन के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल बनी हुई हैं।
प्रमुख मौसमी प्रणालियाँ: उत्तरी कर्नाटक-गोवा तट के पास मध्य-समुद्र तल तक फैला चक्रवाती परिसंचरण मध्य अरब सागर पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से उसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव बना है, जो उत्तर दिशा की ओर बढ़ते हुए 23 मई तक एक डिप्रेशन (गहरे दबाव) में बदल सकता है।
पंजाब और आसपास के क्षेत्रों पर एक और चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है।
पंजाब से लेकर हरियाणा, उत्तर मध्य प्रदेश, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम होते हुए पूर्वी बांग्लादेश तक एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा बनी हुई है।
एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण असम के मध्य भागों में सक्रिय है।
उत्तर कर्नाटक-गोवा तट के पास पूर्व-मध्य अरब सागर से लेकर तटीय आंध्र प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है।
पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में हुई मौसमी हलचल
पिछले 24 घंटे के दौरान, उत्तर-पश्चिम राजस्थान में भीषण लू दर्ज की गई।
राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश में लू चली।
मध्यम से भारी बारिश गोवा, कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप, तेलंगाना, कोंकण व गोवा, मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, असम, और गंगीय पश्चिम बंगाल में हुई।
पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटे के दौरान, कोंकण व गोवा (जिसमें मुंबई शामिल है) और उत्तर तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा संभव है।
मध्य महाराष्ट्र, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा, तेलंगाना, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश व 50-60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएँ चल सकती हैं।
अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और गुजरात के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएँ (50-60 किमी प्रति घंटा) चलने की संभावना है।
झारखंड, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ और लक्षद्वीप में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश व 40-50 किमी प्रति घंटा की हवाएँ चल सकती हैं।
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
हरियाणा और दिल्ली में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक और धूलभरी आंधी की संभावना है।
राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति बनी रह सकती है।
