आपने दिव्य दरबारों के बारे में अक्सर सुना और देखा होगा लेकिन एक दिव्या एवं चमत्कारी दरबार ऐसा है जहां भक्तों की मनोकामना बागेश्वर बालाजी महाराज पूरी करते हैं यहां की चमत्कारी शक्तियां सन्यासी बाबा की असीम कृपा जिस भक्त पर हो जाए वह भक्त सिर्फ बालाजी दरबार का होकर रह जाता है, तपती धूप हो या सर्दी या फिर बरसात यहां बालाजी दरबार में मंगलवार को(पेशी) पेश होकर वहां बालाजी दरबार के दर्शन किए जाते है।
मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर जिले में पहाड़ पर स्थापित उक्त बालाजी दरबार की महिमा यह है कि यहां झूठ,फरेब,छल कपट, सन्यासी बाबा के परम शिष्य पहली ही नजर में पकड़ लेते हैं तथा वहां पहुंचे श्रद्धालु के मन में चल रहे बिचारों को वह भरे दरबार में ही सबके सामने प्रकट कर देते हैं इस दिव्य दरबार में झूठ का कहीं कोई स्थान नहीं है
जनपद छतरपुर से 137 किलोमीटर दूर पन्ना हाईवे पर गढ़ा गांव में पहाड़ पर स्थित बागेश्वर बालाजी दरबार अद्भुत शक्तियों से भरा हुआ है यहां सन्यासी बाबा के परम शिष्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज देश के दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं को उनके मन में चल रहे विचारों का एक पेज पर लिखकर समाधान करते हैं यहां पर झूठ की कोई भी गुंजाइश नहीं है यदि किसी भी व्यक्ति के मन में कुछ भी उथल-पुथल होती है तो उस उथल-पुथल के बारे में सन्यासी बाबा बालाजी के परम शिष्य पेज पर लिखकर हजारों की भीड़ में श्रद्धालुओं की पोल भी खोल देते हैं इसलिए यहां पर मन में किसी भी तरह का भ्रम लेकर जाने से बचना चाहिए।

बालाजी दरबार की अनुपम कृपा होती है कि इस दरबार में भूत बाधा, प्रेत बाधा, तंत्र बाधा,शादी विवाह, या कारोबार को लेकर लोग वहां पर अपनी अर्जी लगा सकते हैं लेकिन सबसे प्रमुख धाम में पेशी के लिए उन्हें घर से ही बागेश्वर बालाजी दरबार के लिए अर्जी लगानी होगी। बालाजी दरबार में शादी के लिए पीला नारियल,तंत्र बाधा के लिए काला नारियल,तथा कारोबार के लिए लाल नारियल को कपड़े में लपेट कर अपनी मनोकामना को लेकर बालाजी दरबार में अर्जी लगा सकते हैं लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि बालाजी दरबार में पेशी लगाना पूरी तरह से अनिवार्य है तभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होती हैं।
