Uttarakhand city news dehradun पर्यावरण दिवस 5 जून को होने वाले वृक्षारोपण में वृक्षों को संरक्षित करने के लिए सरकार ने एस ओ पी जारी की है।
शासन से जारी निर्देश के अनुसार
जो भी व्यक्ति पौधा लगाता है उसे किसी न किसी रूप में पौधे की रक्षा एवं देखभाल करने की जिम्मेदारी लेनी होगी, इसके लिए एक शपथ पत्र उनसे भरवाया जाएगा।
पौधे के प्रति संबंधित व्यक्ति का आत्मीय रिश्ता जोड़ने का प्रयास किया जा सकता है, इसके लिए मौके पर पौधारोपण के दौरान मतदाता जागरूकता शपथ के साथ ही पौधे की रक्षा की शपथ भी दिलाई जाएगी।
स्कूल एवं पोलिंग बूथ में रोपित पौधों की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन एवं स्कूली छात्रों को ही दी जा सकती है. जनपदवार प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा सकता है, जिसके अंतर्गत सबसे अच्छी देखभाल करने वाले स्कूल एवं छात्रों को सम्मानित किया जा सकता है।
बूथों पहुंचने में असमर्थ बुजुग एवं दिव्यांग मतदाताओं द्वारा उनके घर के पास ही पौधे लगाए जा सकते हैं, इन पौधों की जिम्मेदारी उनके साथ ही उनका परिवार भी ले सकता है।
पौधे की पहचान सुनिश्चित करने के लिए मतदाता पहचान पत्र की थीम की नेम प्लेट पौधों पर क्यूआर कोड के साथ लगाई जा सकती है, जिसमें लगाने वाले की संपूर्ण जानकारी स्कैन करने पर मिल सकेगी।
पौधे लगाते समय कॉओर्डिनेट्स भी ले लिए जाएंगे, जिससे गूगल मैप की मदद से छह छह महीने के अंतराल में पौधों की ग्रोथ की जानकारी ली जा सके।
- पौधों को समय समय पर पानी एवं जैविक खाद देने की जिम्मेदारी तय करनी होगीं वहीं एक से डेढ़ महीने के अंतराल में पौधे के आसपास निराई गुड़ाई भी करनी होगी।
सोशल मीडिया पर हर महीने अपने पौधे के साथ फोटो खींच कर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी को टैग कर इसकी निगरानी की जाएगी। इसके लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से सोशल मीडिया प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।
पौधे को प्राकृतिक आपदा से नुकसान होने की स्थिति में संबंधित को नया पौधा दिया जा सकता है1
बूथं अवेयरनैस ग्रुप (BAG) भी अपने क्षेत्र में रोपित पौधों की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार होंगे।
