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सिप्टी-लफड़ा मोटर मार्ग पर दर्दनाक हादसा: 11 घायल, 3 गंभीर को हेलीकॉप्टर से हल्द्वानी रेफर
शुक्रवार सुबह चम्पावत जनपद के सिप्टी-लफड़ा मोटर मार्ग पर एक टाटा सूमो (UK05 TA 2850) अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में 11 यात्री घायल हुए, जिनमें से तीन की स्थिति गंभीर है। त्वरित राहत एवं बचाव कार्य से जनहानि टल गई।
घटना लगभग सुबह 11:00 बजे की है। सूचना मिलते ही जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र (DEOC) ने 108 एम्बुलेंस, पुलिस बल और SDRF को तत्काल रवाना किया। जिलाधिकारी मनीष कुमार के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी, उपजिलाधिकारी, तहसील प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं रेस्क्यू टीम मौके पर पहुँची। स्थानीय लोगों, भाजपा प्रदेश मंत्री निर्मल मेहरा और अन्य प्रतिनिधियों की मदद से घायलों को सुरक्षित निकालकर जिला चिकित्सालय चम्पावत पहुँचाया गया।
जिलाधिकारी ने गंभीर रूप से घायल तीन व्यक्तियों को हेलीकॉप्टर से सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी रेफर करने के निर्देश दिए। इनमें शामिल हैं –
- श्री गणेश राम
- श्रीमती कुसुमा देवी
- श्रीमती जानकी धामी
बाकी आठ घायलों का इलाज जिला चिकित्सालय चम्पावत में चल रहा है। सीएमओ डॉ. देवेश चौहान को घायलों को बेहतर इलाज और समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
घायलों की सूची:
- श्री केशर सिंह धामी (70 वर्ष)
- श्रीमती चन्द्रा देवी (65 वर्ष)
- श्री हरीश सिंह (45 वर्ष)
- श्रीमती अम्बिका धामी (42 वर्ष)
- श्रीमती कलावती देवी (62 वर्ष)
- कु. ममता (35 वर्ष) – हायर सेंटर रेफर
- श्री श्याम सिंह (61 वर्ष)
- श्री हीरा सिंह (70 वर्ष)
- श्रीमती जानकी देवी (65 वर्ष) – हायर सेंटर रेफर
- श्रीमती कुशमा देवी (65 वर्ष) – हायर सेंटर रेफर
- श्री गणेश राम (40 वर्ष), वाहन चालक – हायर सेंटर रेफर
राहत व बचाव कार्य में मौजूद अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि:
मा0 जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद अधिकारी, दर्जा राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडेय, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा पांडेय, भाजपा जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया, जिला पंचायत सदस्य शैलेश जोशी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान, तहसीलदार ईश्वर राम, खंड विकास अधिकारी अशोक अधिकारी, SDRF व पुलिस बल शामिल रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और घायलों को हर संभव चिकित्सीय सुविधा प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जा रही है।

