26 अगस्त को शाम 7:00 बजे टिहरी गढ़वाल के भादुरपट्टी के भरपुरिया गांव में 3 साल के बच्चे को आंगन से उठाकर निवाला बनाने वाले गुलदार को ठीक एक माह बाद 26 सितंबर को ठीक शाम के 7:00 प्रसिद्ध शिकारी जाॅय हुकिल की गोली का शिकार गुलदार हुआ मासूम बच्चे को 26 अगस्त को शाम 7:00 बजे गुलदार ने निवाला बनाया ठीक एक माह बाद 26 सितंबर को जाॅय हुकिल ने करीब 8 साल के नर गुलदार को मौत की नींद सुला दिया।
टेलीफोन पर बात करते हुए प्रसिद्ध शिकारी जाॅय हुकिल ने बताया कि उत्तराखंड में अब तक उनका 46 वा शिकार है. टिहरी गढ़वाल में पिछले कई माह से गुलदार को लेकर लोग परेशान थे जून माह में महिला पर हमला करने के बाद दूसरी घटना में एक बच्चा गुलदार के हमले में घायल हुआ था.वन विभाग द्वारा कैमरा ट्रैप और पिंजरा लगाने के बाद भी गुलदार की सही लोकेशन नहीं मिल पा रही थी जिसकी गंभीरता को देखते हुए शिकारी जाॅय हुकिल ने लगातार कई दिनों तक गुलदार पर नजर बनाए रखी और ठीक एक माह -बाद उसी समय गुलदार को मौत के नींद सुला दिया. जिससे लोगों ने राहत की सांस ली जाॅय हुकिल ने बताया कि मानव वन्य जीव संघर्ष रोकना कोई गुलदार को जान से करने का विकल्प नहीं है इसके लिए एक बड़ी रणनीति बनाते हुए सरकार को कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में गुलदारों की बढ़ती संख्या एक चिंता का विषय है।