Uttarakhand city news Dehradun अब उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड विद्युत व्यवस्था पर प्रभारी नजर रखने को लेकर नवीन तकनीकी से वितरण प्रणाली पर नजर रखे हुए हैं। विभाग ने नवीनतम तकनीक पर आधारित RT-DAS प्रणाली की स्थापना से यूपीसीएल के उपसंस्थानों की रीयल टाइम में की जा रही मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्णायक नेतृत्व एवं प्रमुख सचिव (ऊर्जा) के मार्गदर्शन में यूपीसीएल विभिन्न योजनाओं के तहत विद्युत वितरण तंत्र को और अधिक सुदृढ़ एवं आधुनिक बनाने हेतु प्रयासरत है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि० द्वारा आर०डी०एस०एस० योजना के अन्तर्गत प्रदेश भर में 215 नग उपसंस्थानों पर Real Time Data Acquisition System (RT-DAS) नियंत्रण प्रणाली की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। RT-DAS प्रणाली प्रदेश भर के उपसंस्थानों जिनके अन्तर्गत 25 हजार से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र आते है पर स्थापित किया जायेगा। वर्तमान तक योजनान्तर्गत प्रदेश भर में कुल 162 उपसंस्थानों पर प्रणाली की स्थापना की जा चुकी है जिनमें मुख्यतः रानीपोखरी, जौलीग्रांट, नकोट, पंतनगर, गैरसैंण, चोपता, उखीमठ, अस्कोट, अगस्तमुनी, रोशनाबाद, लालतप्पड़, सेलाकुई, चिपलघाट, रायवाला एवं चाकीसैंण आदि क्षेत्र शामिल हैं तथा शेष उपसंस्थानों पर आगामी माहों में चरणबद्ध तरीके से RT-DAS प्रणाली के स्थापना का कार्य पूर्ण किया जायेगा। साथ ही पूर्व में भी यूपीसीएल द्वारा आईपीडीएस योजना के अन्तर्गत प्रदेश भर के 66 शहरों के 106 उपसंस्थानों पर (RT-DAS) नियंत्रण प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है। जिसके चलते वर्तमान में यूपीसीएल के कुल 268 उपसंस्थानों में RT-DAS प्रणाली की स्थापना से हाईटेक हुये हैं।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि RT-DAS नियंत्रण प्रणाली के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के पश्चात् सभी उपसंस्थानों की रियल टाईम आधार पर मॉनिटरिंग जा सकेगी जिससे विद्युत बाधित समय कम करने में काफी सफलता प्राप्त होगी। इसके अलावा उपसंस्थानों में स्थापित ब्रेकर्स की Tripping की संख्या के आधार पर समय से ब्रेकर्स का अनुरक्षण कर आपात स्थिति में विद्युत व्यवधान की सम्भावना से से भी बचा जा सकता है। RT-DAS के माध्यम से एकत्रित सूचना रियल टाइम आधार पर National Power Portal पर प्रेषित करते हुए नोडल एजेंसी (मै० पी०एफ०सी०) को दी जाती है। RT-DAS को कॉल सेण्टर से इन्टीग्रेटेड किया गया है जिसके तहत Customer Service Representative (CSR) को फीडर आउटेज की जानकारी मिलने से उपभोक्ताओं को विद्युत बाधित होने की सटीक जानकारी उपलब्ध कराने में मदद मिलती है।
