एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई : फर्जी डॉक्टर और कस्टम अफसर बनकर ₹50 लाख की साइबर ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार
देहरादून, 6 सितम्बर।
उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए फर्जी डॉक्टर और कस्टम अफसर बनकर सोशल मीडिया फ्रॉड से लाखों रुपये की ठगी करने वाले साइबर अपराधी हिमांशु शिवहरे को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। गिरोह ने फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए देहरादून निवासी को झांसे में लेकर करीब ₹50,01,218/- हड़प लिए थे।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित से दिसंबर 2024 में फेसबुक पर “Dr. Loveth Gibson” नामक फर्जी प्रोफाइल से संपर्क किया गया। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप नंबर (+44 सीरीज़) से बातचीत शुरू हुई। आरोपी गिरोह ने “जाली कस्टम अधिकारी सरवन खान” और “झूठे बैंक अफसर डेविड जॉनसन” के नाम पर नकली दस्तावेज — पासपोर्ट, फ्लाइट टिकट, बैंक मैसेज और QR कोड — दिखाकर पीड़ित से बार-बार धनराशि जमा कराई। आरोपियों ने भावनात्मक दबाव और फर्जी नियमों का हवाला देकर करोड़ों की ठगी का जाल फैलाया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री नवनीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच के दौरान आरोपी हिमांशु शिवहरे (निवासी जिला मुरैना, मध्य प्रदेश) की पहचान हुई। उसे साइबर पुलिस टीम ने हिमाचल प्रदेश के काला आम क्षेत्र से दबोच लिया। घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह संगठित रूप से काम करता था और आरोपी उसी नेटवर्क का सक्रिय सदस्य था। इससे पहले भी इस प्रकरण में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
गिरफ्तारी टीम में निरीक्षक विकास भारद्वाज, उपनिरीक्षक राजीव सेमवाल, अपर उपनिरीक्षक सुरेश कुमार और कानि. शादाब अली शामिल रहे।
एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार के डिजिटल अरेस्ट स्कैम या व्हाट्सएप/सोशल मीडिया पर खुद को CBI, ED, साइबर क्राइम या बैंक अफसर बताने वाले लोगों के बहकावे में न आएं।

