उत्तराखण्ड

(ऐसे भी होते हैं डीएम) नेताओं जैसा हुआ स्वागत डीएम का.18 किलोमीटर की खड़ी दुर्गम चढ़ाई चढ़कर पैदल पहुंचे डीएम डुमक गांव. अनेक समस्याओं का किया निराकरण ।।

धरातल पर विकास की नब्ज टटोलने जिलाधिकारी 18 किलोमीटर की पैदल दुर्गम चढ़ाई चढ़ते हुए जब स्थानीय ग्रामीणों से मिले तो ग्रामीणों ने उनका फूल माला से लाद कर उनका स्वागत किया जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने शुक्रवार को 18 किलोमीटर की दुर्गम खडी चढाई पैदल तय करते हुए जिले के सबसे दूरस्थ गांव डुमक पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सुदूरवर्ती गांव किमाणा, कलगोठ और डुमक में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और विभिन्न विकास योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के दूरस्थ क्षेत्र कलगोठ,डुमक गांव पहुंचने पर ग्रामीण खासे उत्साहित नजर आए। उन्होंने डीएम का फूल मालाओं से भव्य स्वागत करते हुए अपनी खुशी जाहिर की।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर(हल्द्वानी) अब बरेली तक जाएगा जमरानी बांध से निकला पानी. आयुक्त दीपक रावत ने जमरानी बांध का किया निरीक्षण।।


डीएम ने कलगोठ गांव में एएनएम सेंटर, प्राथमिक विद्यालय कलगोठ का निरीक्षण किया। कलगोठ में चौपाल लगाकर जनता की समस्या सुनी। कलगोठ ग्राम प्रधान बीरा देवी एवं समस्त ग्रामवासियों ने दूरस्थ गांव में पहली बार किसी डीएम के पहुंचने पर खुशी व्यक्त करते हुए डीएम का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज दूरस्थ क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की आश जगी है। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की समस्याएं रखी। जिसमें सैंजी लगा कुजौ-मैकोट मोटर मार्ग के किमी 22 व 24 में समरेखण विवाद को दूर करने, प्रधानाचार्य के रिक्त पद पर तैनाती और स्कूल में प्रयोगशाला निर्माण, फसलों की सुरक्षा के लिए घेरबाड आदि समस्या रखी। डीएम ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का प्राथमिकता पर निराकरण किया जाएगा इस दौरान उन्होंने अनेक समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया। चमोली न्यूज़

Ad
To Top