उत्तर प्रदेश
दु:खद-:(श्रद्धांजलि) बीत गई वह काली रात 140 श्रमिकों की हुई थी इस प्रलय में मौत,आज हुए एक वर्ष पूरे, अभी भी मलवा हटाने का चल रहा है काम।
आपदा के एक वर्ष पूरे होने पर एनटीपीसी ने जारी की अपनी रिर्पोट
आपदा में एनपीसी के 140 संविदा श्रमिकों की हुई थी मौत, एक वर्ष पिछे गया प्रोजेक्ट का कार्य।

जोशीमठ-: आपदा के एक साल गुजर जाने पर एनटीपीसी केे द्वारा अपने परियोजना कार्यलय में प्रैसवार्ता की गई जिसमें आपदा के एक साल पूरे होने पर कंपनी के अधिकारीयों ने अपनी रिर्पोट जारी की। इस आपदा में 140 संविदा श्रमिकों इस आपदा में मारे गये। जिसमे से अभी तक 121 प्रभावित परिवारों को एनटीपसी के द्वारा राहत राशी दी गई है अब तक कंपनी ने 40 करोड का मुआवजा वितरण कर चुकि है।

सात फरवरी को आई आपदा के आज एक साल पूरे हो गये है इस आपदा में कई परिवारों ने अपनो को खोया है। सबसे अधिक क्षति एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट को हुई है। एनटीपीसी के महाप्रवन्धक आर पी अहिरवार ने बताया कि इस आपदा मे एनटीपीसी को 200 करोड की क्षति हुई थी लेकिन कंपनी धीरे धीरे उभर रही है। उन्होने बताया कि एचआरटी मे दो किमी0 तक मक भर गया था एक साल बाद 300 मीटर तक ही मलवे को हटाया गया है अभी भी 1700 मीटर तक मक को हटाने का कार्य शेष है जिसे तीन माह के अंदर साफ कर दिया जायेगा। इसके साथ ही एसएफटी में 50 प्रतिशत का कार्य पूरा हो चूका है जल्द ही इसे भी साफ कर दिया जायेगा। इसके साथ ही बैराज साइड में 90 प्रतिशत तक भरे मलवे को साफ कर दिया गया है। से कार्य भी लगभग पूरा होने वाला है। इसके साथ ही आपदा में टूटी सडकों का कार्य पूरा हो गया है जिससे एप्रोज टर्नल में कार्य शुरु हो गया है। इस आपदा में 140 संविदा श्रमिक मारे गये। जिसमें 125 परिवारों को मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर मुआवजा दिया गया है 15 ऐसे परिवार है जिसकी प्रक्रिया चल रही है।
