पंतनगर किसान मेले का आज समापन हो गया है ऐसे में एक बात खुलकर सामने आई है इस मेले में महिला उद्यमिता के बेहतर उदाहरण देखे गए हैं पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि विष्वविद्यालय किसानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं, जिससे उन्हें कृषि संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी, नई तकनीकें, बाजार से जुड़ी खबरें और सरकारी योजनाओं की जानकारी सीधे मोबाइल पर मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस किसान मेले के दौरान प्रत्येक दिन 1,000 से अधिक किसानों को गोष्ठियों के माध्यम से लाभान्वित किया गया। इन गोष्ठियों में विशेषज्ञों ने उन्नत कृषि तकनीकों, जैविक खेती, समेकित कृषि प्रणाली, जल संरक्षण तकनीकों और स्मार्ट खेती के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में चार-दिवसीय 117वें किसान मेले के बारे में जानकारी देते हुए डा. जितेन्द्र क्वात्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय के लगभग 30 लाख के बीज, पौधे व कृषि साहित्यों की बिक्री की गयी। उन्होंने बताया कि इस मेले में विभिन्न फर्मों, विष्वविद्यालय एवं अन्य सरकारी संस्थाओं के छोटे-बड़े लगभग 385 स्टाल लगाये गये व लगभग 25 हजार से अधिक पंजीकृत एवं अपंजीकृत किसानों ने मेले का भ्रमण किया।
उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा की एक महिला किसान द्वारा मंडुआ और मशरूम से तैयार मोमो बेचकर 2 से 3 लाख रुपये की आय अर्जित करने का उदाहरण प्रस्तुत किया गया, जिससे महिला उद्यमिता को नई दिशा मिली।
