चम्पावत
ऐसे ही नहीं कहा गया है उत्तराखंड की पुलिस को मित्र पुलिस आखिर एक मित्रता पूर्वक धर्म निभाते हुए नेपाल राष्ट्र से पिछले चार वर्षो से गुमशुदा नाबालिग बालक को हिमाचल प्रदेश से बरामद कर सकुशल परिजनों को सुपुर्द किया एक बच्चे को पाकर मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
विगत दिनों जनपद चंपावत के थाना बनबसा क्षेत्र अंतर्गत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को जिला डोटी नेपाल राष्ट्र निवासी एक महिला द्वारा बताया गया कि चार वर्ष पूर्व उसका एक नाबालिक बेटा किसी बात से नाराज होकर घर से कही चला गया था । जिसकी बाल संरक्षण इकाई नामक एनजीओ जिला मंडी हिमाचल प्रदेश में होने की सूचना प्राप्त हुई है। मैं एक गरीब महिला हूं अतः मेरे बच्चे को वापस घर लाने में मेरी मदद करें।
उक्त सूचना मिलने पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल बनबसा द्वारा बाल संरक्षण इकाई जिला मंडी हिमाचल प्रदेश से संपर्क कर उक्त बालक को एनजीओ के अधिकारियों के माध्यम से बनबसा बुलाया गया तथा नेपाल राष्ट्र से नाबालिक की मां को बुलाकर पूर्ण शिनाख्त के बाद उक्त बालक को उनके सुपुर्द किया गया। एनजीओ टीम में-डी0आर0 नायक. ओम कृष्ण. धर्मेन्द्र कुमार के अलावा पुलिस टीम महिला उपनिरीक्षक हिमानी गहतोड़ी प्रभारी AHTU बनबसा कांस्टेबल राजेंद्र भट्ट, गणेश बिष्ट, सुभाष पाण्डेय महिला कांस्टेबल भावना उप्रेती आदि थे अपने बच्चे को पाकर महिला ने उत्तराखंड पुलिस का आभार जताया ।