मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित होटल ताज पैलेस, में आयोजित ‘अमृत रत्न’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड में कनेक्टीवीटी में बहुत तेजी से काम हुआ है। पहाड़ के लिये सफर काफी सुविधाजनक हुआ है। सड़क मार्ग से देहरादून से दिल्ली अधिकतम 4 घंटे में पहुंच रहे हैं। एलिवेटेड रोड बनने के बाद केवल 2 घंटे में ये सफर पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री जी के निर्देशन में राज्य सरकार अनेकों महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का काम तेजी से हुआ है। इसी प्रकार बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर भी काम शुरू हो गया है। कुमायूं क्षेत्र में पौराणिक मंदिरों के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन पर काम किया जाएगा। जिस प्रकार मोदी जी ने नवभारत, एक आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लिया है, उसी प्रकार हमने भी नवनिर्माण उत्तराखण्ड का संकल्प लिया है।
यूनिफार्म सिविल कोड पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड, मां गंगा का प्रदेश है, सैन्य बाहुल्य प्रदेश है, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर होने के कारण सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। हमने उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता से वायदा किया था कि कि नई सरकार के गठन होने पर सबसे पहला निर्णय यूनिफार्म सिविल कोड के संबंध में लिया जाएगा। हम इस दिशा में आगे बढ़ गये हैं।, इसके लिये समिति बनाई गई है, इसकी दो बैठकें हो चुकी हैं। समिति इसके लिये सभी हितधारकों से बात करेगी। उत्तराखण्ड धर्म, संस्कृति और अध्यात्म का केंद्र है। सबके लिये एक समान कानून हो। हमारा संकल्प है कि हम इसे लागू करेंगें। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास पर हम काम कर रहे हैं। अवैध निर्माण, अवैध गतिविधियों पर हमारी सरकार सख्त कार्यवाही करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय नेतृत्व और उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता का आभार व्यक्त करते हैं कि एक सैनिक पुत्र को राज्य के मुख्य सेवक के रूप में काम करने का अवसर मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि खटीमा से उनका केवल हार जीत का रिश्ता नहीं है। खटीमा से ही पहले विधायक बने थे। उनके हर आशीर्वाद को शिरोधार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाएंगे। इसके लिये केवल एक दो विधानसभा में काम करने से नहीं होगा, बल्कि पूरे उत्तराखण्ड का विकास करना होगा। हम प्रदेश में इकोनोमी और इकोलोजी दोनों को साथ लेते हुए काम कर रहे हैं। उत्तराखण्ड के विकास के लिये जो भी जरूरी होगा, हमारी सरकार करेगी।
डबल इंजन से राज्य को क्या फायदा हुआ, इस बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार जानती है कि उत्तराखण्ड की क्या आवश्यकताएं है। हमारी जो भी जरूरतें हैं, उन पर केंद्र सरकार काम करती है। पिछले 5-6 वर्षों में उत्तराखण्ड में 1 लाख 50 हजार करोड़ से अधिक की योजनाएं स्वीकृत हुईं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, एम्स ऋषिकेश, चारधाम सड़क परियोजना, सड़क की बेहतर कनेक्टीवीटी आदि काम डबल इंजन से ही सम्भव हुआ है। वर्ष 2014 के बाद पूरे देश में नया वर्क कल्चर आया है। उसका प्रभाव उत्तराखण्ड में भी देखने को मिल रहा है। उत्तराखण्ड का विकास तेजी से हो रहा है, इसमें केंद्र से पूरा सहयोग मिल रहा है। ऋषिकेश एम्स में हजारों लोगों को स्तरीय इलाज की सुविधा मिल रही है। ऊधमिंहनगर में इसका सैटेलाईट सेंटर बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में गरीब कल्याण की योजनाएं बनीं। कोविड के समय केंद्र द्वारा किये गये कार्यों की पूरे विश्व ने सराहना की। मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन किया गया। देश में 80 करोड़ लोगों को दो वर्ष से निशुल्क राशन दिया जा रहा है। देश की जनता को लगता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार उनके संरक्षक व अभिभावक के रूप में काम कर रही है। यही कारण है कि हमें हमेशा जनता का आशीर्वाद मिलता है। आज जो भी योजनाएं बनती हैं केवल गरीब कल्याण के लिये बन रही हैं।
मुख्यमंत्री ने ग़ैरसैण के मसले पर कहा कि हमारी सरकार ने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है। ग़ैरसैण हमारी संभावना और भावनाओं का केंद्र बिंदु है यहाँ का विकास सिलसिलेवार तरीके से किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने अग्निपथ मसले पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड देश के साथ चलने वाला राज्य है। यहाँ का हर परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। अग्निपथ योजना का उत्तराखण्ड ने स्वागत किया है। उत्तराखण्ड में कोटद्वार और पिथौरागढ़ में भर्ती परीक्षा आयोजित होने जा रही है जिसमें हजारों की संख्या में युवा प्रतिभाग कर रहे हैं।